दुद्धी, सोनभद्र (एम.एस.अंसारी) किसी जरूरतमंद गरीब की सेवा में जो आनंद की अनुभूति होती है, वह हरि दर्शन से कम नही। मोह-माया तो जीवन का अंग है,इससे छुटकारा ताउम्र नही मिलने वाला। उक्त बातें ग्रासिम इंडस्ट्रीज के अधिकारी मनुराज पणिकर ने अपने पिता की पुण्य तिथि पर दुद्धी वृद्धाश्रम में बुजुर्गों को कम्बल वितरण करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि अपनों के लिए तो सब जीता और करता है, दूसरों की खुशी में अपनी खुशी ढूंढना ही इंसानियत है। ये बातें हमारे पूज्य पिता पंकजाक्ष पणिकर हमेशा कहा करते थे। आज उनकी यह चौथी पुण्य तिथि है। हम उनके आदर्शों एवं परोपकार की धारणा का अनुसरण करते हुए, विगत तीन वर्षों से उनकी स्मृति में गरीब जरूरतमंद लोगों में कम्बल व भोजन का वितरण करते आ रहे हैं। आज सपरिवार दुद्धी स्थित वृद्धाश्रम में भी तीन दर्जन लोगों को कम्बल वितरण कर,भोजन कराने का सौभाग्य मिला। इस दौरान पणिकर की धर्मपत्नी चित्रलेखा पणिकर, आश्रम संचालिका सुनीता सिंह, अधिवक्ता कुलभूषण पांडेय आदि उपस्थित रहे।
पिता की पुण्य तिथि पर वृद्धाश्रम में बांटे कम्बल व भोजन
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