परिषदीय विद्यालयों में रिक्त पदों को तत्काल भरे सरकार
सीएम को ट्वीट कर युवा मंच ने की मांग
सोनभद्र। परिषदीय विद्यालयों में अंतर्जनपदीय तबादला होने के बाद सोनभद्र में 4099 शिक्षक बचे हैं जबकि आरटीई अधिनियम के मानक के अनुसार जनपद में 9400 शिक्षकों की जरूरत है। आकांक्षी जनपद होने के बावजूद इतने बड़े पैमाने पर परिषदीय विद्यालयों में पदों का रिक्त होना सरकार पर गंभीर सवाल खड़ा करता है। इसी तरह स्वास्थ्य महकमे में भी बड़े पैमाने पर पद रिक्त हैं और स्वास्थ्य सेवाएं भी बदहाल स्थिति में हैं। युवा मंच प्रदेश संयोजक राजेश सचान ने मुख्यमंत्री को ट्वीट कर मांग की है कि तत्काल परिषदीय विद्यालयों में आरटीई के तय मानक के अनुसार रिक्त तकरीबन डेढ़ लाख पदों को भरा जाए। क्योंकि प्रदेश स्तर पर इतने बड़े पैमाने पर रिक्त पद होने का सर्वाधिक खामियाजा सोनभद्र जैसे पिछड़े जनपदों को सर्वाधिक भुगतना पड़ता है। यही स्थिति स्वास्थ्य विभाग में है जिसमें प्रदेश स्तर पर विशेषज्ञ डॉक्टर के बड़े पैमाने पर पद रिक्त हैं जिससे सोनभद्र में स्थिति यह है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉक्टर नहीं हैं इसके अलावा अन्य विशेषज्ञ डॉक्टर भी बेहद कम हैं। दरअसल जब तक प्रदेश में शिक्षा-स्वास्थ्य समेत विभिन्न विभागों में रिक्त पड़े 6 लाख से ज्यादा पदों पर नियमित भर्ती नहीं होती तब तक आकांक्षी जनपद होने के बावजूद यहां के शिक्षा-स्वास्थ्य जैसे विभागों में रिक्त पदों को भरा जाना संभव नहीं है इसलिए सरकार को चाहिए कि तत्काल जो चुनावीं वादा किया गया था उसके तहत सभी रिक्त पदों को समयबद्ध भरे।
आकांक्षी जनपद सोनभद्र में परिषदीय विद्यालयों में 55 फीसद से ज्यादा पद रिक्त
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