राजकीय महाविद्यालय के प्राचार्य ने ली स्वैच्छिक सेवानिवृति
मां के सेवा के लिए नौकरी को त्यागा
दुद्धी, सोनभद्र। बीआरडी पीजी कालेज के प्राचार्य नीलांजन मजूमदार ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) ले लिया। चर्चा का विषय बना रहा कि अपने माँ के सेवा में समर्पित भावना से सेवा करने के लिए नौकरी को त्याग दिया। बुधवार को पीजी कालेज के सभागार में पूर्व में प्रभारी प्राचार्य/हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ रामजीत यादव की अध्यक्षता में प्राचार्य नीलांजन मजूमदार को विदाई समारोह कर भावभीनी विदाई किया गया।
प्राचार्य डॉ नीलांजन मजूमदार ने 2017 से इस कॉलेज में अपनी सेवाएं दिया है। जहां स्मार्ट क्लास, फील्ड निर्माण, पुस्तकालय में किताबों की आपूर्ति, प्रयोगशाला में उपकरण, कम्प्यूटर कक्ष, लाइब्रेरी, ओपन जिम सहित कई सराहनीय कार्य में योगदान दिया है। अपने उद्बोधन में उन्होंने बताया कि मां दुनियां की सबसे अनमोल धरोहर है। आज उसकी बीमारी के कारण उनकी सेवा के लिए मैं नौकरी छोड़ रहा हूँ। इसी बहाने मां के दूध का कुछ कर्ज उतारने का मुझे मौका मिला है। उनकी सेवा में मुझे बहुत तसल्ली मिलेगी।
बताना मुनासिब होगा कि सेवानिवृत्त हिंदी विभागाध्यक्ष व प्रभारी प्राचार्य डॉ रामजीत यादव ने भी पीजी कालेज में 30 वर्षो में 24 वर्षों तक परीक्षा प्रभारी एवं 8 वर्षों तक मुख्य शास्ता के रूप में अपनी सेवा दिया है। कालेज के भीतर राजनेताओं एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों से सम्पर्क कर कालेज के विकास में विभिन्न कार्य किये। कालेज के भीतर बड़े बड़े पेड़ो को लगाया गया जिसे आज बड़े पेडों के छांव को देखा जा सकते हैं।
वहीं कालेज के प्राचार्य के रूप में डॉ रामसेवक यादव को नई जिम्मेदारी मिली है। विदाई कार्यक्रम का संचालन डॉ मिथिलेश गौतम ने किया। इस अवसर पर महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के साउथ केंपस शक्तिनगर के डायरेक्टर डॉ चंद्रशेखर, बाबूराम सिंह महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ जॉली अंबेस्ट, प्रबंधक रामकरण सिंह एवं राजकीय महाविद्यालय चुनार के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ सूबेदार यादव डॉ अजय कुमार डॉ विवेकानंद डॉ हरिओम वर्मा डॉ राकेश कनौजिया डॉ राजेश यादव डॉ बृजेश यादव डॉ सचिन विश्वकर्मा एवं डॉ श्रद्धा पांडे डॉ अंकित डॉ गीता डॉ हरिओम वर्मा एवं कॉलेज के समस्त कर्मचारी के साथ-साथ छात्राएं उपस्थित रहे