हर ब्लॉक में इंटरमीडिएट तक न्यूनतम एक कस्तूरबा गांधी व आश्रम पद्धति स्कूल और कंप्यूटर, नर्सिंग व फार्मेसी कोर्स खोलने की मांग
म्योरपुर-सोनभद्र। युवा मंच के बैनर तले हस्ताक्षर अभियान में राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन पर एक हजार से ज्यादा छात्र-छात्राओं व अन्य लोगों ने हस्ताक्षर किया। इस आशय की जानकारी देते हुए युवा मंच जिलाध्यक्ष रूबी सिंह गोंड़ ने बताया कि आज राष्ट्रपति के आफिसियल ट्विटर पर ज्ञापन को ट्वीट कर आदिवासी बाहुल्य सोनभद्र जनपद में आदिवासियों समेत गरीब छात्राओं की मुकम्मल व मुफ्त शिक्षा का प्रमुखता से उठाया गया। उनसे अपील की गई कि उच्च शिक्षा से आदिवासी समेत गरीब छात्राएं वंचित न हों इसके लिए न्यूनतम दो आवासीय महिला महाविद्यालय खोले जायें। इसके अलावा हर ब्लॉक में इंटरमीडिएट तक न्यूनतम एक कस्तूरबा गांधी व आश्रम पद्धति स्कूल और कंप्यूटर, नर्सिंग व फार्मेसी कोर्स खोलने की भी मांग की गई। स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाल स्थिति का मुद्दा भी उठाया गया है, मांग की गई है कि जनपद के सरकारी अस्पतालों को पूरी क्षमता से संचालित किया जाये और तत्काल महिला विशेषज्ञ डॉक्टर समेत सभी रिक्त पदों को भरा जाये। रोजगार का सवाल हल करने की अपील की गई है विशेष रूप से आदिवासी समेत गरीब परिवार की लड़कियों के पलायन को रोकने के लिए रोजगार के समुचित व्यवस्था करने की मांग की गई है।
उन्होंने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर होने के बावजूद सरकारी उपेक्षा की वजह से जनपद पिछड़ा हुआ है। आदिवासियों के नाम महज प्रचार ज्यादा होता है। हस्ताक्षर अभियान की अगुवाई प्रमुख रूप से गुंजा गोंड़, सविता गोंड़, सुगवंती गोंड़, आलोक गोंड़, हरिनाथ खरवार, पंकज गोंड आदि ने किया।
रूबी सिंह गोंड़, जिलाध्यक्ष सोनभद्र युवा मंच