जब बेटी ने उठाई पिता की अर्थी तो दिखा बदलाव
मृतक के बेटे नहीं है तो बेटी ने दिया कंधा और मुखाग्नि
म्योरपुर/सोनभद्र(विकास अग्रहरि)
स्थानीय थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत बभनडीहा के हरहरी में शुक्रवार को एक मासूम किशोरी ने पिता के अर्थी को कंधा दिया और शमशान घाट पर मुखाग्नि दे।पिता के चाहत और अरमानों को बेटा के बदले बेटी ने पूरा कर सामाजिक बदलाव को बढ़ावा देने के साथ यह भी जता दिया कि बेटी भी किसी से कम नहीं है।और वह सब कर सकती है जिसे परम्पराओं ने सदियों
से वर्जित कर रखा है। वरिष्ठ अधिवक्ता सत्यनारायण यादव ने बताया कि शुक्रवार को 13 वर्षीय मान मति के पिता बबई की मौत हो गई उनके छ पुत्रियों में पांच की शादी हो चुकी है ऐसे में कंधा और मुखाग्नि देने को लेकर गांव में चर्चाएं होने लगी।तो मान मति ने कहा कि क्या हुआ बेटे नहीं हुए तो पिता का सारा क्रिया कर्म हम खुद अपने हाथों से करूंगी।यह सुन वहां जुटी भीड़ अवाक रह गई उसने जब निडरता से पुनः बात दोहराई तो अन्य लोग भी कंधा देने को तैयार हो गए।और अंतिम क्रियाकर्म में लोग शामिल भी हो लिए।