– 18 नवंबर को वाराणसी पहुंच दमखम दिखाएं गोंगपा कार्यकर्ता: रामनरेश पोया
– 17 नवंबर को कोटा ग्राम पंचायत के बसुधा गांव में मनाई जाएगी बिरसा मुंडा की जयंती
– जिला कार्यालय तेलगुड़वा में गोड़वाना गणतंत्र पार्टी की हुई बैठक में बनी रणनीति
सोनभद्र (राजेश पाठक एड)। गोड़वाना गणतंत्र पार्टी (गोंगपा) सोनभद्र 18 नवंबर को वाराणसी में होने वाले प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव में अबकी बार अपनी दावेदारी करेगा। इसके लिए अधिक से अधिक संख्या में कार्यकर्ताओं को वाराणसी पहुंचकर दमखम दिखाने का आहवान किया गया है। इसके अलावा 17 नवंबर को कोटा ग्रान पंचायत के बसुधा गांव में बिरसा मुंडा की जयंती मनाने का निर्णय लिया गया है।
जिला कार्यालय तेलगुड़वा में गोड़वाना गणतंत्र पार्टी की हुई बैठक में मुख्य अतिथि प्रदेश उपाध्यक्ष रमाशंकर पोया ने कहा कि 18 नवंबर को वाराणसी में प्रदेश अध्यक्ष का चयन होना है। अबकी बार सोनभद्र से अपना एक उम्मीदवार रहेगा। इसके लिए अधिक से अधिक कार्यकर्ताओं को वाराणसी पहुंचकर अपना दमखम दिखाना होगा।
जिलाध्यक्ष रामनरेश पोया ने कहा कि सोनभद्र में सर्वाधिक अनुसूचित जनजाति के लोग निवास करते हैं। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण सोनभद्र के चार विधानसभा क्षेत्र में से दो विधानसभा ओबरा और दुद्धी अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है। इसलिए सोनभद्र जिले का प्रदेश अध्यक्ष बनना चाहिए।
जिला प्रवक्ता एडवोकेट संतोष कुमार ने कहा कि सोनभद्र की चार और चंदौली जिले की एक विधानसभा को मिलाकर रॉबर्ट्सगंज लोकसभा क्षेत्र बना है जो अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है, बावजूद इसके इस सीट पर अनुसूचित जनजाति का उम्मीदवार जीत हासिल किया हैं। जिससे साफ जाहिर होता है कि अनुसूचित जनजाति के लोगों की संख्या अधिक है। इसलिए सोनभद्र का प्रदेश अध्यक्ष होना निहायत जरूरी है।
युवा मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष ज्ञानी सिंह पोया ने बताया कि 17 नवंबर को बिरसा मुंडा की जयंती कोटा ग्राम पंचायत के बसुधा गांव में मनाई जाएगी।
वक्ताओं ने सदस्यता अभियान चलाकर अधिक से अधिक लोगों को सदस्य बनाने के साथ ही 18 नवंबर को अधिक से अधिक संख्या में वाराणसी पहुंचने का आहवान किया। बैठक की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष रामनरेश पोया व संचालन जिला प्रवक्ता एडवोकेट संतोष कुमार ने किया।
बैठक में हीरालाल मरपची, रामचंद्र टेकाम, शिव प्रसाद अरमो, देवा सिंह ओइके, श्रीराम टेकाम, हीरालाल मरकाम, दयाशंकर सिंह कोरचो,देव कुमार आयम, सूर्यबली मरपची, रामरतन केराम,अमर सिंह, श्याम बिहारी मरकाम आदि मौजूद रहे।