धूमधाम से मनी आजादी की ७७वीं वर्षगांठ
दुद्धी, सोनभद्र। यूं तो बेसिक शिक्षा के सर्वांगीण विकास में ब्लॉक दुद्धी का स्थान अग्रणी पंक्ति में चलता ही रहा है लेकिन बात जब राष्ट्रीय पर्व की हो तो यहां के सांस्कृतिक कार्यक्रम अनूठे व दर्शनीय होते हैं। स्वतंत्रता के 78वें वर्ष में 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कंपोजिट विद्यालय दुद्धी, कन्या विद्यालय दुद्धी,कस्तूरबा गांधी विद्यालय दुद्धी,प्रा ०वि ० दुद्धी 2, के बच्चों ने संयुक्त रूप से बड़े ही आकर्षक और मनमोहक अंदाज में झांकी निकाली। इस भव्य जुलूस में भारत माता और रानी लक्ष्मीबाई की झांकी के साथ ही आकर्षक परिधानों में सजे बच्चों संग स्काउट परिधान में अनुशासित ढंग से कतारबद्ध परिषदीय बच्चे हर किसी का ध्यान बरबस ही अपनी ओर आकर्षित कर रहे थे।बच्चों ने मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए।
मुख्य अतिथि ज्ञानेंद्र यादव (तहसीलदार दुद्धी) ने कहा कि शिक्षा के बिना जीवन अपूर्ण होता है। अपने बच्चों को शिक्षित बनाएं।उन्होंने परिषदीय विद्यालयों की सराहना करते हुए कहा कि मैं स्वयं अपने बच्चे को बीआरसी स्थित सरकारी विद्यालय में पढ़ाता हूं।
विशिष्ट अतिथि कमलेश मोहन (नगर पंचायत अध्यक्ष)ने कहा कि आजादी हमें यूं ही नहीं मिली, इसके लिए हमारे सेनानियों ने अपनी प्राणों की बलि दी है।अब हमें शिक्षा का विकास करके देश को आगे बढ़ाना है।
खण्ड शिक्षा अधिकारी महेंद्र मौर्य ने कहा कि परिषदीय विद्यालयों के बच्चों में प्रतिभा की कमी नहीं। आज ब्लॉक दुद्धी के परिषदीय बच्चे पढ़ाई के साथ ही खेलकूद व सांस्कृतिक कार्यक्रमों में शीर्ष स्थान प्राप्त कर रहे हैं। कर्मठ शिक्षकों की लगन उनके विद्यार्थियों में ही प्रदर्शित होती है। उन्होंने स्वतंत्रता दिवस पर बच्चों की अनुपम प्रस्तुति के लिए सराहना की।
वरिष्ठ शिक्षक शैलेश मोहन ने कहा कि हमारे परिषदीय विद्यालय अब कहीं से पीछे नहीं रहे।अब स्मार्ट क्लास प्रोजेक्टर के माध्यम से आधुनिक तकनीकों द्वारा शिक्षा दी जा रही है।
शिक्षक जितेंद्र चौबे ने कार्यक्रम का संचालन किया। इस अवसर पर डॉ शाह आलम (अधीक्षक, सामुदायिक स्वाथ्य केन्द्र दुद्धी ), डॉ कृष्ण कुमार चौरसिया, हरिओम (अध्यक्ष SMC), शाहिद अनवर ( सभासद ), एआरपी संतोष सिंह, ऋषि नारायण, मनोज जायसवाल, अखिलेश कुमार, प्रभारी प्रधानाध्यापक ओमप्रकाश, शिक्षक जितेंद्र चौबे, तत्सत तिवारी, अविनाश गुप्ता, विभा चौरसिया, प्रियंका, राजेश झा, पीयूष, लल्लूराम, विवेक आदि उपस्थित थे।