वकीलों ने हस्ताक्षर कर राष्ट्रपति को भेजा पत्र, तत्काल रिहाई की मांग
दुद्धी, सोनभद्र। ऑल इंडिया पीपुल्स फ्रंट के राष्ट्रीय अध्यक्ष एस. आर. दारापुरी, पत्रकार सिद्धार्थ रामू व अंबेडकर जन मोर्चा के संयोजक श्रवण कुमार निराला की गोरखपुर में फर्जी मुकदमे में की गई गिरफ्तारी की सिविल बार एसोसिएशन दुध्दी और अधिवक्ताओं ने कड़ी निंदा की है। अधिवक्ताओं ने राष्ट्रपति महोदया को संबोधित पत्र पर हस्ताक्षर करते हुए सभी की बिना शर्त रिहाई की मांग की है। पत्र में कहा गया कि बतौर आईपीएस एस. आर. दारापुरी की प्रशासनिक सेवा बेदाग रही है और उनका जन सरोकारों के लिए काम करने का लंबा इतिहास रहा है। पार्किंसन जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित 80 वर्षीय दारापुरी इस अवस्था में भी नागरिक अधिकारों के लिए सक्रिय रहते हैं। उनकी गिरफ्तारी राजनीतिक बदले की भावना से की गई है जो लोकतंत्र के लिए कतई उचित नहीं है। राज्य सरकार को राजनीतिक उत्पीड़न की कार्रवाई से बाज आना चाहिए और उनके समेत सभी लोगों को तत्काल बिना शर्त रिहा करना चाहिए। पत्र में कहा गया है कि प्रदेश में सरकार अपने राजनीतिक विरोधियों से दमन के बूते में निपट रही है जो पूर्वजों से पाई हुई आज़ादी के लिए बेहद नुकसानदेह है। पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले प्रमुख लोगों में सिविल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता रामलोचन तिवारी, बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष प्रभु सिंह एडवोकेट, पीयूसीएल के प्रदेश मंत्री विकास शाक्य एडवोकेट, एडवोकेट लाल चंद, एडवोकेट कृष्ण कुमार, एडवोकेट कुंज बिहारी एडवोकेट अमित कुमार,एडवोकेट राजीव कुमार मिश्रा,एडवोकेट कयूम अंसारी, आइपीएफ के जिला संयोजक कृपाशंकर पनिका, शेख इम्तियाज आदि रहे।