इस्लाम ने 14 सौ वर्ष पूर्व शुरू की थी सर्व शिक्षा अभियान-मुफ़्ती मुजाहिद रिज़्वी
अरबी महाविद्यालय का वार्षिकोत्सव एवं दीक्षांत समारोह सम्पन्न
अजीजे मिल्लत व नसीरे मिल्लत ने संयुक्त रूप से रखी कादरिया पब्लिक स्कूल की संगे बुनियाद
29 विद्यार्थियों को मिली आलिम, हाफिज व कारी की उपाधि
दुद्धी, सोनभद्र (मु.शमीम अंसारी)। इस्लाम ने 14 सौ साल पहले सर्व शिक्षा अभियान व प्रौढ़ शिक्षा की शुरुआत की थी। हजरत आदम अलैहिस्सलाम को 7 लाख भाषाएं सिखाई गई थीं। उक्त उद्गार शहर-ए-काजी प्रयागराज मौलाना मुफ्ती मुजाहिद हुसैन रिजवी ने स्थानीय दारुल उलूम कादरिया नूरिया अरबी महाविद्यालय में मंगलवार की रात आयोजित दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य वक्ता कही। उन्होंने कहा कि इस्लाम किसी भी तालीम को हासिल करने से मनाही नहीं करता है। इस्लाम हर भाषा और हर इल्म सीखने के लिए प्रेरित करता है। इल्म सीखना हर मुसलमान औरत मर्द पर फर्ज है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की शुरुआत भी 14 सौ वर्ष पूर्व पैग़म्बरे इस्लाम द्वारा ही की गई थी।
घोसी से पधारे मुफ़्ती शमसाद ने मसलक ए आला हजरत पर तकरीर किया और उसी मसलक को निजात के लिए जरूरी करार दिया।
बरेली शरीफ के मुफ़्ती हनीफूल कादरी ने नई पीढ़ी के अंदर बुझते हुए चिराग को फिर से रोशन करने पर जोर दिया और दुद्धी इलाके के लिए खास तौर पर किए जाने वाले हुजूर नसीर ए मिल्लत के कारनामों को सराहा। कहा कि अच्छी सोहबत इंसान को बुलंद मकाम अता फरमाती है। उसमें भी मौलाना, उस्ताद, ओलमा की अहमियत दुनियाबी तौर पर सर्वोपरी है। इसलिए हमें चाहिए कि हम नेक लोगों से ही मेलजोल रखें ताकि उनके फैज से हम भी नेक बन जाएं।
दीक्षांत समारोह में कुल 29 अध्ययनरत छात्रों की दस्तारबंदी की गई। जिसमें 7 आलिम, 8 हाफिज व 14 कारी की डिग्री हासिल करने वाले छात्र शामिल थे। कार्यक्रम के अंत में सलातो सलाम के बाद अल जामीअतुल अशरफिया अरबी यूनिवर्सिटी मुबारकपुर आजमगढ़ के संरक्षक अजीज ए मिल्लत अल्लामा अब्दुल हफीज साहब व अल्हाज अल्लामा मौलाना नसीरुद्दीन साहब क़िब्ला द्वारा संयुक्त रुप से कादरिया पब्लिक स्कूल मलदेवा दुद्धी सोनभद्र की रस्मे संगे बुनियाद भी रख कर रूहानी दुआख्वानी की गई, जिसमें मुल्क की तरक्की, दीक्षांत समारोह में उपाधि हासिल करने वाले छात्रों के उज्जवल भविष्य की दुआ, आपसी भाईचारा कायम रहने की दुआ और भारत देश को पड़ोसी मुल्कों की बदनजर से बचने की दुआ की गई। कार्यक्रम दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता कर रहे कादरिया तालीमी ग्रुप के संस्थापक हजरत नसीर ए मिल्लत ने अपने साहबजादे हजरत मौलाना मसऊद रजा को सज्जादानशीं का ऐलान किया। कार्यक्रम के दौरान आजमगढ़ मुबारकपुर से पधारे शायर मौलाना गयासुद्दीन, झारखंड के अख्तर काशिफ साहब व फैजान रजा पलामवी द्वारा एक से बढ़कर एक नात पेश कर लोगों को इस्लामी रंग में सराबोर किया गया। कार्यक्रम का संचालन गोपीगंज के मौलाना जाहिद रजा ने किया। इस अवसर पर मदरसे के उप संस्थापक हाफिज मसऊद रजा, मौलाना मुजाहिद इलाहाबाद, अध्यक्ष हाजी फकीर अली, हाजी निजामुद्दीन, प्रबंधक हसनैन अहमद, अंग्रेजी प्रवक्ता कौनन अली, कारी उस्मान, जामा मस्जिद के पेश इमाम सईद अनवर, मौलाना नजीरूल कादरी, हाफिज महमूद आलम, मौ. जफरुद्दीन, हाफिज तौहीद, मौलाना कमालुद्दीन, सादिक हुसैन, पीर मुहम्मद सहित हजारों लोग उपस्थित थे। सुरक्षा की दृष्टि से प्रभारी निरीक्षक सुभाष चंद राय, अमवार चौकी इंचार्ज चंद्रशेखर अपने अधीनस्थ पुलिसकर्मियों और पीएसी बल के साथ मुस्तैद रहे।