सोनभद्र (राजेश पाठक एड)। विंध्यमण्डल में शैवसाधना के प्रधानकेंद्र शिवद्वार में सोमवार को मन्दिर प्रशाल में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ ध्वज पूजन सम्पन्न हुआ।भिखारी बाबा की अगुवाई में धर्मध्वज स्थापना के बाद 24 फरवरी से आरम्भ होगा विराट रुद्र महायज्ञ। आचार्य पं० शिवानंद मिश्र शास्त्री , पं० रामजी त्रिपाठी, आचार्य राजेश कुमार तिवारी व दीपक कुमार द्वारा मुखरित मन्त्रो बीच पूजन किया यजमान रूप में डॉ० परमेश्वर दयाल “पुष्कर” ने पूरे विधिविधान से। इनके साथ रहे हीरालाल व रामपति भी। मंदिर में पूजनोपरांत यज्ञशाला के समीप रखे ध्वज के लिए प्रयुक्तस्तम्भ बाँस की पूजा पीपल तले सम्पन्न हुई। इसके पश्चात स्तम्भ में शिखर पर ध्वज लगाया गया।
यज्ञशाला द्वार के पार्श्व भाग में उत्तरदिशा पर बाकायदा धर्मध्वज स्थापित किया गया और स्तम्भ से सवा फीट चतुर्दिक मिट्टी बिछा कर जौ के बीज डाल जल छिड़काव कर उसपर कलश रखा गया जिसकी पूजा मन्दिर प्रशाल में हुई रही और मंदिर में पूजित ध्वज 51 फीट लम्बे बाँस स्तम्भ के शिखर पर लगा स्तम्भ खड़ा करने का उपक्रम चला। इस प्रकार शिवद्वार मन्दिर के इतिहास में पहली बार धर्मध्वजा लहराई जो स्वयं में एक ऐतिहासिक घटनाक्रम है।बताते चलें कि इसके पहले मन्दिर गर्भगृह में अखण्ड दीप प्रज्वलित की गई बीते सावन की पूर्वसंध्या – गुरुपूर्णिमा की शाम में, जो स्वयंमेव ऐतिहासिक रहा अबतक की समयावधि में।