बीजपुर(रामजियावन गुप्ता) । एनटीपीसी रिहंद में नैगम सामाजिक दायित्व के अंतर्गत सोमवार को ‘वर्तिका महिला मण्डल’ द्वारा आयोजित कढ़ाई बुनाई प्रशिक्षण का समापन हुआ। प्रशिक्षण में महिलाओं एवं बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु 45 दिवसीय कढ़ाई-बुनाई प्रशिक्षण दिया गया।जिसमें सिरसोती गाँव की 25 महिलाओं ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम की शुरुआत वर्तिका महिला मंडल समिति की अध्यक्षा श्रीमती अनीता मेदीरत्ता नें किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन कर्मचारी विकास केंद्र में किया गया।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि श्रीमती अनीता मेदीरत्ता ने कहा कि इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य आस-पास की ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है। मुख्य अतिथि ने यह भी बताया कि ग्रामीण महिलाएं किस प्रकार से इस प्रशिक्षण का लाभ उठाकर
आत्मनिर्भर बन सकती हैं।45 दिन तक चले इस कढ़ाई-बुनाई प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रशिक्षण ले रही 25 महिलाओं को नि:शुल्क कपड़ों की डिजाइन बनाना एवं कढ़ाई के नए तरीके बताने के साथ हुनरमंद बनाने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि वे आगे चलकर प्रशिक्षण के ज्ञान को रोजगार में तब्दील कर सके। कढ़ाई बुनाई प्रशिक्षण जहीर द्वारा दिया तथा अजय तिवारी ने समस्त प्रशिक्षण को कोआर्डिनेट किया। वर्तिका महिला मण्डल कार्यक्रम में आई बालिकाओं एवं महिलाओं नें भी अपने विचार व्यक्त किए और एनटीपीसी रिहंद का धन्यवाद करते हुए कहा कि यदि एनटीपीसी रिहंद भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन करेगा तो वे बढ़-चढ़ कर उसमें प्रतिभागिता करेंगी।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से वर्तिका महिला मण्डल समिति की पदाधिकारी महिलाएं श्रीमती कृष्णकली सिन्हा, श्रीमती नीलु असाटी, श्रीमती मोहिनी श्रीवास्तव, श्रीमती डेज़ी सिन्हा, श्रीमती माया पाण्डेय, श्रीमती तुलिका, कार्यपालक (नैगम सामाजिक दायित्व) सुश्री नर्गिस, आस-पास की ग्रामीण महिलाएं एवं बालिकाएँ आदि उपस्थित रही