---Advertisement---

भक्तों की आस्था का केंद्र शक्तिपीठ मां शीतला धाम

By Md.shamim Ansari

Published on:

---Advertisement---

लाला रामदेव ने स्थापित कराई थी मां शीतला की मूर्ति।
– आदिवासी जन देवी धाम में आकर करते हैं देवी नृत्य।
– भक्त कर रहे हैं 100 वर्षों से मां की पूजा और आराधना।
– पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष विजय कुमार जैन के नेतृत्व में धाम का जीर्णोद्धार जारी।

सोनभद्र (राजेश पाठक एड)। चैत्र नवरात्र में जनपद मुख्यालय रॉबर्ट्सगंज (सोनभद्र नगर) नगर के मुख्य चौराहे पर अवस्थित शक्ति पीठ मां शीतला का धाम श्रद्धालुओं, भक्तों के आस्था का केंद्र बना हुआ है।
मंदिर के इतिहास के बारे में इतिहासकार दीपक कुमार केसरवानी बताते है कि-“ऐतिहासिक शोध और अध्ययन से यह ज्ञात हुआ है कि सन 1846 में रॉबर्ट्सगंज नगर की स्थापना मिर्जापुर जनपद के अंग्रेज उप जिला अधिकारी डब्ल्यूबी रॉबर्ट्स ने किया था, अदालगंज निवासी जगन्नाथ साहू को नगर का प्रथम नागरिक बनाया गया था। इसके पश्चात इस नगर में अदलगंज, अहरौरा, मड़िहान, मिर्जापुर, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली के वैश्य व्यापारियों का आगमन शुरू हो गया था उनमें एक थे लाला रामदेव जिन्होंने अपनी भूमि पर स्थित नीम के पेड़ के नीचे मां शीतला की मूर्ति स्थापित कराया था, तभी से इस देवी को लोकदेवी, कुलदेवी के रूप में मान्यता प्राप्त हुई।
नगर के आसपास के कस्बों से भक्तजनों का मां की आराधना हेतु आगमन शुरू हो गया था। इसके पश्चात इनके सुपुत्र रॉबर्ट्सगंज टाउन एरिया के ।चेयरमैन भोला सेठ के कार्यकाल में स्थानीय नागरिकों के सहयोग से सन 1971 में सत्यनारायण, शंभू सेठ, श्याम सुंदर सेठ, शिव शंकर प्रसाद केसरी सहित अन्य नगर वासियों के सहयोग से मंदिर का निर्माण शुरू हुआ। वर्तमान समय में शक्तिपीठ मां शीतला धाम का भव्य स्वरूप श्रद्धालुओं भक्तों के आगाध श्रद्धा, विश्वास के कारण देश भर में प्रसिद्ध हो चुका है, इस धाम में दूर-दूर से भक्त जन दर्शन, पूजन, अर्चन के लिए आते हैं।
सोनभद्र जनपद में निवास करने वाली आदिवासी जातियों के लोगों केआस्था और विश्वास का केंद्र मां शीतला मंदिर धाम है। यहां पर प्रत्येक नवरात्र के अष्टमी के दिन आदिवासी श्रद्धालु बुढ़िया माई, जई लेकर, गुरदम भाजते हुए ढोलक की थाप पर देवी गीत गाते हुए स्त्री- पुरुष देवी नृत्य करते हैं। इस नृत्य में आदिवासी श्रद्धालु, नर्तक इतने विभोर हो जाते हैं कि वे सांगा से अपनी जिह्वा, बांह को छेद लेते हैं आश्चर्य है कि खून की एक बूंद भी नहीं टपकता, अपने घाव को ठीक करने के लिए नींबू के रस में सिंदूर मिलाकर लेप लगाते हैं। आज के इस वैज्ञानिक युग में यह महान आश्चर्य का विषय है, अथवा इसे मां के शक्ति का प्रभाव कहा जा सकता है।
वैसे तो शक्तिपीठ मां शीतला के धाम में वर्ष भर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है, लेकिन श्रावण मास, विवाह- शादी के अवसरों पर इस स्थान पर बच्चों का मुंडन संस्कार, विवाह संस्कार के पश्चात वर- वधु के बनवार छुड़ाने, सत्यनारायण भगवान की कथा सुनने की परंपरा आज भी कायम है। नगर वासियों के प्रत्येक मांगलिक कार्यों का शुभारंभ मां शीतला के दर्शन पूजन अर्चन से ही आरंभ होता है।
मां के धाम में कीर्तन करने की परंपरा नगर के राजकुमार केसरी (कुमार साव) रामकृष्ण तिवारी, सोबरन साव,गोपाल केसरी, शीतला प्रसाद पांडे सहित अन्य भक्तों ने आरंभ किया था।
यह परंपरा आज भी कायम है, नवरात्र में मां के पचरा गाने की परंपरा चमेली देवी, फुल्ला देवी आदि स्त्रियों ने शुरू किया था, इस परंपरा का निर्वहन आज भी मंदिर के आसपास की निवास करने वाली महिलाएं करती हैं।
शक्तिपीठ मां शीतला देवी धाम में पूजा- अर्चना का आरंभ ममुआ गांव के पुजारी सरजू राम शुक्ला, केदारनाथ शुक्ला, अक्षैबर नाथ शुक्ला द्वारा परंपरागत रूप से किया जाता रहा है ,वर्तमान समय में इस मंदिर के प्रधान पुजारी प्रशांत कुमार शुक्ला एवं राहुल शुक्ला मां की सेवा कर रहे हैं। नव दिवसीय भक्तिमय पर्व के अवसर पर शक्तिपीठ मां शीतला के धाम में शाम को होने वाली भव्य आरती में स्थानीय भक्तजन भाग लेते हैं और जिला प्रशासन सोनभद्र द्वारा भक्तों की सुरक्षा, यातायात की व्यवस्था पुलिस प्रशासन द्वारा सुनिश्चित कराई जाती है।
नगर पालिका परिषद सोनभद्र नगर के पूर्व अध्यक्ष विजय कुमार जैन के नेतृत्व, नगर वासियों के सहयोग से मां शीतला धाम का जीर्णोद्धार जारी है।

Md.shamim Ansari

मु शमीम अंसारी कृषि स्नातकोत्तर (प्रसार शिक्षा/जर्नलिज्म) इलाहाबाद विश्वविद्यालय (उ.प्र.)

---Advertisement---
Follow On WhatsApp
Follow On Telegram
BREAKING NEWS
संदिग्ध परिस्थितियों में वृद्ध की मौत शिव शिष्य परिवार ने दीदी नीलम आनंद के जन्मदिन पर एक हजार पौधे लगाये जनपद की जन समस्याओं के निराकरण हेतु भाकपा के प्रतिनिधिमंडल द्वारा डीएम को दिया गया पत्रक। सैकडो कावड़ियों का जत्था बोलबम के लिए निजी बस से रवाना तेज रफ्तार हाइवा ने बाइक को मारी टक्कर,पिता पुत्र गंभीर पत्नी घायल भारत सेवा फाउण्डेशन कार्यालय का हुआ उद्घाटन चौकी प्रभारी बरौधा जयशंकर राय ने दश किलो अवैध गांजा के साथ स्कुटी सवार दो तस्करो को किया गिरफ्तार अभिलेखों के गायब किये जाने के मामले में दुद्धी तहसील के पेशकार पर मुकदमा दर्ज टैबलेट वितरण मे प्रभाशंकर मिश्रा के बोल आज के बच्चे कल के भविष्य बरवाटोला खदान मलिक पर करोड़ों का जुर्माना
Download App