गुरमा/सोनभद्र(ओमप्रकाश गुप्ता) गिट्टी का अवैध परिवहन लाख कदायदो के वावजूद थमने का नाम नही ले रहा है।बताया जा रहा है की वर्तमान समय मे लोढी टोल प्लाजा पर खनिज विभाग की लखनऊ की टीम गहनता से उपखनिज लदे वाहनो की जांच पड़ताल की जा रही है।ऐसे मे विना रॉयल्टी बैध पपत्र के चोरी की अवैध ओवरलोडिंग गिट्टी परिवहन करने वाले वाहन पकड़े जाने से बचने के लिए माफिया किस्म के वाहन संचालको द्वारा रोजाना तकरीबन 50 की संख्या मे हाइबा वाहने चोपन थाना क्षेत्र के सिंदुरिया के रास्ते से होकर जुगैल के रास्ते से सेमिया घोरिया चतरवार होते हुए कोलिया सोननदी पर बने नव निर्मित पुल पार होकर घोरावल पहुंच जा रहे वहा से वाहन अपने गंतव्य स्थान मीरजापुर एंव वाराणसी पहुंच जा रहे है।कोलिया घाट के रास्ते से अवैध गिट्टी का परिवहन का वीडियो सोशल मिडिया पर वायरल होने के वावजूद संबधित मौन बैठे है। एक वाहन की ई-एमएम पपत्र कीमत की बात करे तो लगभग 26000 रूपए है। वही रोजाना कितने की राजस्व क्षति हो रही यह सहज अनुमान लगाया जा सकता है। वावजूद संबधित इस रास्ते के उपयोग पर चुप्पी साधे बैठे है। ट्रक संचालको के सूत्रो के मुताबिक रास्ते मे पड़ने वाले थाना चोपन, जुगैल,एंव घोरावल प्रति वाहन की एक निर्धारित तय राशी बनी है इसी कारण पुलिस उक्त रास्ते पर बिना किसी रोक-टोक के परिवहन हो रहा है यदि संबंधित थाना की पुलिस नही चाहेगी तो यह अवैध गिट्टी का परिवहन पुर्ण रूप से बंद हो जाएगा। वही दुसरी तरफ अवैध गिट्टी परिवहन के लिए चेरूई वन मार्ग क्षेत्र के घने जंगलो का भी रास्ता सबसे मुफीद साबित हो रहा है।ऐसे मे दोनो रास्ता गिट्टी के अवैध परिवहन माफियाओ के लिए मुफीद के साथ राजस्व क्षति के साथ काली कमाई का जरिए बन गया है।बताया जाता की जंगल मार्ग से परिवहन तभी होता है जब जिले मे खनन एंव एआरटीओ की बाहरी टीम जिले मे धमक कर संयुक्त अभियान लगाकर वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग के हाइबे स्थित लोढ़ी टोल प्लाजा पर चेकिंग करती है। उससे बचने के लिए कोलिया घाट एंव चेरूई जंगल के रास्ते का उपयोग किया जाता है।दोनो रास्तो का उपयोग खासकर पिछले एक बर्ष संचालित हो रहा है। इसमे एक रैकेट भी है जो पुलिस एंव वन विभाग का मैनेज कर सुरक्षित घोरावल थाना पार भी कराता है।