कार्यकर्ताओं के त्याग और समर्पण से ही सामाजिक बदलाव संभव
कार्यों का स्व मूल्यांकन से आती है खुद में निखार
स्वयं सेवकों और प्रशिक्षकों ने खैराही गांव का किया पी आर ए
म्योरपुर/सोनभद्र(विकास अग्रहरि)
म्योरपुर ब्लॉक के गोविंदपुर स्थित सामाजिक संस्थान और गावो में स्थानीय संसाधन को आधार बना स्वावलंबन के जरिए ग्राम स्वराज्य की नींव मजबूत करने का प्रयास कर रहे बनवासी सेवा आश्रम में चार दिवसीय प्रशिक्षण का गुरुवार को समापन हुआ।मिशन समृद्धि के राज्य समन्वयक पंकज मिश्रा ने कहा कि किए गए प्रयासों को लोगो तक पहुंचना और सभी को जोड़ कर पंचायतों में रूप रेखा बनाना और उसे आवश्यकता अनुसार प्राथमिकता से पूरा करने का प्रयास हो।खुद के संसाधन आधार बने इसका प्रयास होना चाहिए। श्रमयोग संस्थान उत्तराखंड के मुखिया डॉ अजय जोशी ने कहा कि पानी का प्रबंधन सीखना होगा तभी कृषि कार्य में प्रगति होगा। उन्होंने सामाजिक क्षेत्र में जुड़े कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे नियमित अध्ययन करे अच्छी पुस्तके जाने जान के साथ बौद्धिक विकास में सहायक होती है।किसी भी संस्थान का कर्मचारी या कार्यकर्ता हो उसे समय और संस्थान के मूल भावना के रास्ते पर चलना चाहिए। उन्होंने सामाजिक बदलाव के लिए खुद में बदलाव लाने की बात कही।शुभा प्रेम और विमल सिंह ने आगे के कार्यक्रमों को गति देने और ग्राम स्वराज्य को मजबूत करने का आह्वान किया।चार दिन चले प्रशिक्षण में गांव के समस्याओं को चिन्हित करने और योजनाओं तक आम आदमी की पहुंच कितनी है उसकी गड़ना को पी आर ए के जरिए चिन्हित करने की जानकारी दी ।जल जंगल जमीन को संरक्षित करने के प्रयास के तरीके बताए। और कहा कि जंगल की सुरक्षा करना हमारी जिम्मेवारी होनी चाहिए। मौके पर देवनाथ सिंह प्रदीप पांडेय, केवला दुबे,जगत भाई।रमेश यादव,रघुनाथ बेचन ,लीलावती, राजकुमार,मानमती, सहित पांच दर्जन से ज्यादा स्वयंसेवक उपस्थित रहे।
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