सीआईएसएफ की बड़ी पहल, बिजली बचत की दिशा में कदम, 11 राज्यों के 16 परिसरों में लगेंगे सौर ऊर्जा संयंत्र
बीजपुर (रामजियावन गुप्ता) केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने हरित ऊर्जा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। बल ने एनटीपीसी विद्युत व्यापार निगम लिमिटेड (एनवीवीएन) के साथ दिल्ली में बैठक कर एक महत्वपूर्ण समझौता किया है। इस समझौते के तहत अक्टूबर 2025 तक 11 राज्यों में स्थित 16 सीआईएसएफ परिसरों में 3,281 किलोवाट क्षमता के छत सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किए जाएंगे।
वर्तमान में, सीआईएसएफ के तीन परिसरों – आरटीसी अराकोणम (तमिलनाडु), महिपालपुर कैंपस (दिल्ली) और आरटीसी बहरोड़ में पहले से ही 1,990 किलोवाट क्षमता के सौर संयंत्र कार्यरत हैं। नई परियोजनाओं के पूरा होने के बाद, सभी परिसरों में कुल सौर ऊर्जा क्षमता बढ़कर 5,271 किलोवाट हो जाएगी।
नए सौर संयंत्र उत्तर प्रदेश (गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, प्रयागराज), मध्य प्रदेश (बड़वाहा), राजस्थान (देवली), छत्तीसगढ़ (भिलाई), तमिलनाडु (शिवगंगाई), झारखंड (रांची), कर्नाटक (बेंगलुरु), बिहार (पटना), गुजरात (अहमदाबाद), ओडिशा (मुंडली) और तेलंगाना (हैदराबाद) में स्थापित किए जाएंगे।
इस परियोजना में पूंजीगत निवेश एनवीवीएन द्वारा किया जाएगा, जबकि सीआईएसएफ को केवल उत्पादित बिजली के लिए निश्चित दर पर 25 वर्षों तक भुगतान करना होगा। पारंपरिक बिजली की तुलना में कम टैरिफ से सीआईएसएफ को लंबी अवधि में महत्वपूर्ण वित्तीय बचत होगी। साथ ही, यह पहल सरकार के हरित ऊर्जा लक्ष्यों को प्राप्त करने में योगदान करेगी और सीआईएसएफ परिसरों को ऊर्जा के मामले में आत्मनिर्भर बनाएगी।