बीजपुर(रामजियावन गुप्ता) डोडहर स्थित पंडित लखपति दुबे द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के छठवें दिन अंतरराष्ट्रीय कथा वाचिका पूज्य प्राची देवी ने अपने अमृतमयी वाणी से कलिया नाग का मान मर्दन कंस वध महारास लीला रुक्मिणी संग कृष्ण कन्हैया के ब्याह का प्रसंग सुनाकर श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया।खचाखच पंडाल में बैठे श्रोताओं के सुरक्षा व्यवस्था में प्रभारी निरीक्षक अखिलेश मिश्र मय हमराह पुलिस जवानों संग डटे रहे
।अंतरराष्ट्रीय कथा वाचिका पूज्य प्राची देवी के मुखारबिंद से श्रीमद् भागवत कथा को सुनने के लिए अपार भीड़ उमड़ रही।रविवार की सायं में जब कलिया नाग के फन पर चढ़कर मान मर्दन महा रास लीला क रोचक प्रसंग को सुनाया और कहा कि नटखट कृष्ण कन्हैया महारास लीला को समझना आम लोगों की बात नहीं अगर भगवान की रास लीला समझ में आ जाय तो उसे परम आनंद की अनुभूति हो जाएगी।हर एक गोपी संग कृष्ण का दिखना अद्भुत चमत्कार है।भगवान कृष्ण के बांसुरी की सुमधुर मोहिनी धुन का व्याख्यान बड़े ही मार्मिक ढंग से विस्तार पूर्वक सुनाया।गोकुल में देखो बृंदावन में देखो मुरली बाजे रे श्याम संग राधा नाचे रे के गीत पर समूचे पंडाल के श्रोता झूम उठे।रुक्मिणी विवाह के प्रसंग के पश्चात प्रभु श्री कृष्ण कन्हैया की बारात पंडाल में गाजे बाजे संग पहुंची तो सभी श्रोता हर्षित हो उठे मंडप में बिधी विधान से रुक्मिणी से भगवान कृष्ण का विवाह आचार्य ने यजमान रामजी दुबे सपत्नीक रस्म निभाई।इस दौरान उपहार लुटाए गए विवाह गीत की प्रस्तुति में आज मेरे श्याम की शादी है मेरे घनश्याम की शादी है चौहान और बधाई गीत बाके बिहारी तेरे कजरारे मोटे मोटे नैना नजर न लग जाय अंशुल श्रीवास्तव द्वारा गाया गया ।विवाह और बधाई गीत की प्रस्तुति पर समूचे पंडाल के श्रोता झूम कर नाचने लगे।इस मौके पर सुनील तिवारी,के पी पाल, अनील त्रिपाठी,अनंत मोहन,उत्कर्ष दुबे,राजेश दुबे, मनोज दुबे,इंद्रेश सिंह,राजेश सिंह सहित हजारों की संख्या में श्रोता शामिल रहे।