बीजपुर(रामजियावन गुप्ता) प्रत्येक वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर हाथ उठा कर शपथ लिया जाता है और जीवजंतुओं सहित मानव के लिए सुद्ध हवा पानी पेड़ पौधे लगाने के नाम पर करोड़ों रुपए सरकारी धन खर्च किए जाते हैं लेकिन हकीकत को जमीन पर उतारना बहुत कठिन है।थर्मल पावर प्रोजेक्ट से निकल रही कोयला आधारित राख बंधा से निस्तारण अति आवश्यक है वर्ना प्लांट बन्द हो जाएगा और देश की आधी आबादी अंधकार में डूब जाएगी।लेकिन इसका मतलब यह भी नही है कि राख बंधे से राख हटाओ और कहीं पर भी फेंक दो।शुक्रवार शाम एनटीपीसी रिहंद राखी बंधे से राख लोड कर आया एक हाइवा नेमना नकटू जंगल के बीच सड़क किनारे दो जगह भारी मात्रा में राख गिरा कर फरार हो गया।कुछ लोगों ने जब ड्राइवर से सवाल किया तो कहा राख ही तो है साहब हम कहीं फेंकते यही फेंक दिया तो कौन सा गुनाह कर दिया।बताते चले कि रेणुकोट बीजपुर सड़क मार्ग के जंगल क्षेत्र नकटू,नेमना,चेतवा,जरहा सहित तमाम स्थानों पर खुलेआम गिराई गयी राख की ढेर बरसात के पानी से बह कर नदी नालों के माध्यम से रिहंद जलाशय तक पहुँच रही है जिसके कारण जलाशय का पानी दूषित हो रहा है यही राख धूप होने पर पहिये से उड़ कर जंगल के पेड़ पौधों फसल सहित हवा में जहर के कण घुल कर इंशानी जिंदगी के लिए मुशीबत बनी हुई है।लोगों ने एनटीपीसी राख प्रबन्धन को सुझाव दिया कि यदि राख जहाँ तहां ही गिराना है तो उसपर मिट्टी डाल कर ढक दिया जाय जिसके कारण यह राख आमजन के लिए मुसीबत का सबब न बन सके।जानकारी के लिए राख प्रबन्धन के डीजीएम को फोन किया गया लेकिन उनका फोन नही उठा जिसके कारण उनका पक्ष नही मिल पाया।
साहब राख ही तो है बंधे से उठा कर सड़क किनारे फेंक दिया तो कौन सा गुनाह किया
Published on: