सोनभद्र/ (अरविंद गुप्ता)
इस साजिश का खुलासा करने के लिए सभी को होना होगा एकजुट
सोनभद्र जनपद में आज से लगभग ठीक दो दशक पूर्व कुछ हिंदूवादी संगठनों के लोगों ने घोषणा किया कि विजयगढ़ दुर्ग पर इस वर्ष उर्स मेले का आयोजन नहीं होने देंगे उनकी इस घोषणा के बाद जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन काफी सचेत हो गया कारण कि विजयगढ़ दुर्ग पर उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि दूर-दराज के अन्य प्रांतों के लोग उर्स मेले में शरीक होते हैं इस समस्या से कैसे निबटा जाए और कैसे सौहार्द पूर्ण वातावरण कायम रहे इसके लिए रावटसगंज नगर के कुछ सामाजिक कार्यकर्ता कुछ पत्रकार दोनों पक्षों के लोग बैठ कर बात करना शुरू किए उस समय जनपद के तत्कालीन पुलिस कप्तान के सत्यनारायण रेड्डी और राबर्ट्सगंज कोतवाली के इंस्पेक्टर जनार्दन दुबे थे दोनों पक्षों के बीच जैसे ही माहौल सामान्य हुआ और यह लगने लगा यह तो सब कुछ सामान्य रहेगा वैसे ही कुछ शरारती तत्वों ने पूरा मुहाल स्थित मस्जिद के पास एक जानवर के बच्चे को मृत अवस्था में ले जाकर फेंक दिया जैसे ही इसकी खबर उस समुदाय के लोगों को लगी नगर का माहौल एक बार फिर तनावपूर्ण हो गया इंस्पेक्टर श्री दुबे तत्काल पहुंचकर जानवर के बच्चे को ले जाकर दूर दफना दिया इस मामले में पुलिस ने एक पत्रकार को लेकर के काफी पूछताछ की थी और उस पत्रकार के खिलाफ कोतवाली में तस्करा भी दर्ज कराया गया था आखिर ऐसा क्यों किया गया इसके पीछे का तर्क लोगों ने सुना तो दंग रह गए उसकी मंशा सिर्फ चटपटी व धमाकेदार खबरें छापना था एक दशक बाद पुनः मोहर्रम के ठीक 1 दिन पूर्व इस तरह की घटना की बहुत बड़ी सोची समझी साजिश का हिस्सा लगता है देश में 2024 का चुनाव सन्निकट है ऐसे में कोई किसी भी तरह की घटना को अंजाम देकर किसी एक पक्ष को बदनाम करने का खड़ यंत्र कर सकता है दो दशक पूर्व आज के परिवेश में व्यापक रूप से परिवर्तन हुआ है सामाजिक आर्थिक राजनैतिक व धार्मिक परिवर्तन व्यापक रूप में हुआ आज छोटी घटना देश के एक कोने से दूसरे कोने तक पहुंचने में चंद समय ही लगता है इन परिस्थितियों का लाभ उठाने का भरपूर प्रयास शरारती तत्वों ने इस घटना को अंजाम देकर किया है जिस तरह हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाने का कार्य करने के साथ ही दो समुदाय के लोगों को लड़ाने का घृणित प्रयास किया गया है वह अति निंदनीय व कानूनन घोर अपराध है पुलिस अन्य सामाजिक व धार्मिक लोगों को कोई भी निर्णय जल्दी बाजी में लेना शायद मैं उचित नहीं होगा सिर्फ आज के परिवेश में एक संप्रदाय पर इसका दोष मर दिया जाए कतई उचित नहीं प्रतीत होगा हो सकता है किसी अन्य संप्रदाय के या धर्म के शरारती तत्वों ने इस घटना को अंजाम दिया हो
हालांकि सोनभद्र में 5 वर्षों में इस तरह गोवंश काटे जाने की कई घटनाएं हो चुकी हैं अभी 1 वर्ष पूर्व बकरीद के अवसर पर मांची थाना क्षेत्र के महुली गांव में एक समुदाय के लोगों ने बैल को काट डाला था दुद्धी क्षेत्र में भी एक स्थान पर गो वंश काटे जाने की सूचना मिली थी वर्ष 2017-18 में रामपुर वरकोनिया थाना क्षेत्र के धर्मदास पुर गांव में एक बछिया को एक घर में काटा गया था हालांकि तत्कालीन थानाध्यक्ष संजय सिंह ने किसी तरह मामले को सुलझा लिया था
लेकिन मोहर्रम पर्व के ठीक 1 दिन पूर्व राबर्ट्सगंज नगर में घटी यह घटना समस्त नगरवासियों ही नहीं जनपद वासियों को भी सकते में ला दिया है
इस मसले को पुलिस को काफी गंभीरता से लेकर निष्पक्ष तरीके से साजिशकर्ता तक पहुंचना होगा और वह कोई भी हो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई करानी होगी