शिक्षा का मंदिर बना अखाड़ा बच्चे बने दर्शक पुलिस मौके पर
बीजपुर/सोनभद्र (विनोद गुप्ता) कम्पोजिट विद्यालय बीजपुर पुनर्वास प्रथम गुरुवार की सुबह दो शिक्षकों के आपसी भिड़ंत में अखाड़ा बन गया। इस दौरान बच्चे मूकदर्शक बने रहे तो अन्य शिक्षक निर्णायक की भूमिका निभा रहे थे। सूचना पर मौके पहुची पुलिस ने दोनों शिक्षकों को थाने ले जाकर बैठा दिया बाद में नौकरी का हवाला देकर केस से बचने के चक्कर मे समझौता कर स्कूल वापस आ गए।जानकारी के अनुसार किसी बात को लेकर दोनों शिक्षकों में पहले बादविवाद हुआ बाद में खिंचातानी के बीच जमकर मारपीट लात घूंसा शुरू हुआ तो रूम के अंदर से लेकर बाहर तक भगदड़ मची रही लड़ रहे मास्टरों को देख स्कूल के बच्चे डर के मारे भाग खड़े हुए इसी बीच किसी ने फोन से पुलिस को घटना की जनकारी दी तो मौके पर पहुँचे एसएसआई विनोद यादव ने दोनों को पकड़ कर थाने ले गए। दोनों टीचर लोकल आस पास क्षेत्र के ही बताए जा रहे हैं और अपने सुविधा नुसार यही पोस्टिंग पा कर बराबर विवादो में बने रहना दोनों का शौक हो गया है।
शिक्षा के मंदिर में इस तरह की मारपीट की खबर आग की तरह बाजार और गाँवो में फैल गयी लोग एक दूसरे से मारपीट और भिड़ंत का कारण जानने में लगे रहे। जानकारी लेने पर कम्पोजिट विद्यालय की प्रधानाचार्य की लापरवाही और विभागीय उदासीनता को लोग जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। उधर टीचर मनोज दुबे ने कहा कुछ नही हुआ है। बीजपुर एसएचओ पंकज सिंह ने कहा प्रधाना अध्यापिका आशा मैडम को बुलाया हूँ तहरीर मिली तो केस दर्ज कर विधिक कारवाई की जाएगी। इधर बीएसए हरिबंश कुमार ने कहा घटना निंदनीय है रिपोर्ट मंगवाया हूँ जल्द दोनों टीचरों पर करवाई की जाएगी।