वैनी/सोनभद्र (राजन गुप्ता) अवादा फाउंडेशन ने शिक्षा के क्षेत्र में एक नई क्रांति करते हुए सोनभद्र ग्रामीण वनवासी क्षेत्र के ग्राम चिचलिक और खोड़ैला के 50 विद्यार्थियों को मंगलवार को निःशुल्क टेबलेट वितरित किए हैं। इस वितरण का उद्देश्य ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाना और विद्यार्थियों को डिजिटल शिक्षा से जोड़ना है।
कक्षा 9 से कालेज स्तर तक की पढ़ाई कर रहे इन विद्यार्थियों को अब डिजिटल शिक्षा के माध्यम से नई ऊंचाइयों को छूने का मौका मिलेगा।टेबलेट्स में इंटरनेट कनेक्शन के साथ-साथ शैक्षिक पाठ्यक्रम भी अपलोड किए गए हैं। इससे छात्रों को ऑनलाइन शैक्षिक संसाधनों के साथ-साथ विशेष रूप से डिजाइन किए गए पाठ्यक्रमों का लाभ मिलेगा। यह न केवल उनकी समझ को विकसित करेगा बल्कि उन्हें स्वयं अध्ययन के लिए प्रेरित भी करेगा।
अवादा फाउंडेशन की निदेशक श्रीमती ऋतु पटवारी ने इस अवसर पर कहा, “डिजिटल युग में तकनीकी ज्ञान प्रत्येक विद्यार्थी के लिए अत्यंत आवश्यक है। इन टेबलेट्स के माध्यम से छात्र न केवल अपनी पढ़ाई में सुधार कर सकेंगे, बल्कि उन्हें ऑनलाइन शैक्षिक संसाधनों का भी लाभ मिलेगा। हमारा उद्देश्य है कि ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों के विद्यार्थी अपने सपनों को साकार कर सकें।”
संजय जायसवाल प्रतिनिधि खंड शिक्षा अधिकारी नगवां ने फाउंडेशन के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा, “यह अभियान आदिवासी विद्यार्थियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में मील का पत्थर साबित होगी। डिजिटल शिक्षा की यह सुविधा उन्हें आधुनिक तकनीक से जोड़ने में सहायक होगी।”
ग्राम के विद्यार्थियों और उनके परिवारों ने इस शैक्षिक टेबलेट के लिए फाउंडेशन का आभार व्यक्त किया।छात्रों ने उत्साहपूर्वक कहा कि अब वे पढ़ाई में आने वाली समस्याओं को दूर कर बेहतर शिक्षा हासिल कर पाएंगे।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अवादा के प्रतिनिधि आर के अग्रवाल,महेश कुमार माथुर, मुकतेश्वर मिश्रा, कृष्ण कुमार, मनीष उपाध्याय, और जिला शिक्षा विभाग के अधिकारी विशेष रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम में ग्रामीण समुदाय, शिक्षक, और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी हिस्सा लिया। उन्होंने अवादा फाउंडेशन के इस कदम को शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम बताया।