बीजपुर(रामजियावन गुप्ता) एनटीपीसी रिहंद परियोजना आवासीय परिसर स्थिति लेकपार्क में प्रचंड गर्मी और लू की चपेट में आने से बुधवार और गुरुवार दो दिन में हजारों चमगादड़ की मौत हो गयी दुर्गंध से बौखलाए पार्क में कार्यरत श्रमिको और रहवासियों ने एनटीपीसी टीएसी प्रबन्धन को जानकारी दी मौके पर पहुँचे टीएसी अधिकारीयों ने जमीन पर मृत पड़े लगभग तीन हजार के आसपास चमगादड़ के शव को देख कर दंग रहगये आनन फानन में सभी मृत चमगादड़ को इकठ्ठा करा कर जेसीबी मशीन से गढ्ढा खुदाई कर दफना दिया गया।बताया गया कि अभी भी लगभग इतनी ही संख्या में चमगादड़ पार्क के अनेक पेड़ों पर बेहोशी की हालत में लटके पड़े हैं सम्भवतः गर्मी और लू का यही हाल आगे भी रहा तो हीट बेव के कारण हजारों चमगादड़ की और मौत हो सकती है। बताया जाता है कि पार्क में पानी पर्याप्त है घने पेड़ भी है इसी सहारे इतनी संख्या में चमगादड़ यहाँ आये होगें लेकिन प्रचंड गर्मी और लू के कारण पेड़ पर ही भारी संख्या में चमगादड़ की मौत हो गयी।पार्क के आसपास में चमगादड़ के शव से उठ रही दुर्गंध के कारण उस रास्ते आने जाने वालों लोग नाक दबा कर सफर करने को मजबूर हैं।इसबाबत पशुचिकित्साधिकारी डॉक्टर हेमंत कुमार ने कहा कि गर्मी बेशुमार पड़ रही है चमगादड़ की मौत कोई बीमारी से नही बल्कि हीट बेव के कारण लू लगने से हुई हैं।उधर वनरेंज अधिकारी जरहा राजेश सिंह ने कहा कि गर्मी और लू के कारण पानी के अभाव में पक्षियों की मौत हो रही है कोई बीमारी नही है हीट बेव के शिकार पशु और इन्शान भी हो सकते हैं लोग घरों से बाहर न निकले सुरक्षा ही बचाव का सही उपाय है। एनटीपीसी नैगम संचार कार्यपालक राजकुमार मीणा ने हीट बेव ही कारण बताया और कहा जो चमगादड़ मृत मिले थे उनको दफना दिया गया है।
प्रचंड लू और गर्मी की चपेट में आने से हजारों चमगादड़ की मौत दुर्गंध से हड़कम्प
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