बीजपुर (रामजियावन गुप्ता) एनटीपीसी रिहंद में आयोजित 3 दिवसीय जनजातीय उत्सव के दूसरे दिन का आस- पास के ग्रामीणों ने भरपूर आनंद उठाया। “विकसित जनजाति, विकसित भारत” की मूल मान्यता को ध्यान में रखते हुए जनजातीय उत्सव 2.0 का आयोजन किया गया है, जिससे स्वदेशी संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन को बल प्रदान किया जा सके। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जनजातीय संस्कृति की कलाएं, रीति- रिवाज व परम्पराएँ जो देश की सांस्कृतिक धरोहर है, इसी के संरक्षण, संवर्धन एवं उत्थान के लिए किया जा रहा है ।
यह “जनजातीय उत्सव 2.0” एनटीपीसी रिहंद, के नैगम सामाजिक दायित्व के अंतर्गत, दिनांक 6 से 8 फरवरी 2024 तक किया जा रहा है। एनसीएल से पधारे श्री जितेंद्र मलिक, निदेशक, तकनीकी /प्रचालन एवं महाप्रबंधकगणों नें जनजातीय उत्सव में बनाए गए जनजातीय गाँव का भ्रमण किया और साथ ही एनटीपीसी रिहंद के इस पहल की सराहना की ।
इसके अतिरिक्त उत्सव में विभिन्न जनजाति खाद्य एवं महुआ लड्डू, लोह एवं ढोक्करा शिल्प, लकड़ी एवं सुपाड़ी खिलौने, आदिवासी जेवर, बांस शिल्प, कान्था, जामदानी कढ़ाई, तीर- धनुष तुम्बा शिल्प, मूँज से बनाई गयी सुंदर कलाकृतियाँ, इत्यादि संबंधी स्टाल पर दर्शकों की काफी भीड़ देखी गई।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की कड़ी में पद्मश्री से सम्मानित श्रीमती उषा बार्ले जी द्वारा पंडवानी गायन कि प्रस्तुति दी गयी इसके साथ ही राजस्थान की चारी एवं लंगा गायकी, उत्तराखंड की जौनसरी, ओडिसा का गोटिपूआ और कश्मीर का रौफ नृत्य प्रस्तुत किया गया जिसका दर्शकों ने जमकर आनंद उठाया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से मुख्य महाप्रबंधक (परियोजना) श्री देबदत्ता सिन्हा, महाप्रबंधक (प्रचालन एवं अनुरक्षण) श्री संजय असाटी, महाप्रबंधक (प्रचालन) श्री एसके श्रीवास्तव, महाप्रबंधक (अनुरक्षण) श्री राजेश नारायण सिन्हा, महाप्रबंधक (एडीएम) श्री एसएस प्रधान, अपर महाप्रबंधक (मानव संसाधन) श्री जाकिर खान, सीएमओ रिहंद डॉ. मोनिषा कुलश्रेष्ठा, अध्यक्षा वर्तिका महिला मण्डल श्रीमती अनीता मेदीरत्ता एवं वर्तिका महिला मण्डल की अन्य पदाधिकारी महिलाएं एवं सदस्याएँ, अन्य वरिष्ठ पदाधिकारीगण, विभिन्न यूनियन व एशोसिएशन के प्रतिनिधिगण आदि उपस्थित रहे।