सोनभद्र (अरविंद गुप्ता)
सबने यह ठाना है, बाल मजदूरी को जड़ से मिटाना है- जिला बाल संरक्षण अधिकारी
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के निर्देशन में 20 नवम्बर से 10 दिसम्बर तक बाल श्रम के उन्मूलन के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। मंगलवार को जिला बाल संरक्षण अधिकारी/ जिला नोडल अधिकारी सुधांशु शेखर शर्मा के अध्यक्षता में बाल कल्याण समिति, जिला बाल संरक्षण इकाई, मानव तस्करी रोधी इकाई के अधिकारी/ कर्मचारीयो के साथ जिला बाल संरक्षण इकाई कार्यालय विकास भवन मे बैठक आहूत कर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा बाल श्रम के उन्मूलन के लिए चलाए जाने वाले अभियान को लेकर दिशा निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि इस वर्ष बाल श्रम के खिलाफ विश्व दिवस में योगदान के रूप में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने एक रेस्क्यू प्लान आयोजित करने के निर्देश प्रदान किए हैं। जिसके सम्बन्ध में जिलाधिकारी महोदय द्वारा जारी कैलेन्डर आदेश मे उल्लेखित श्रम विभाग, पुलिस विभाग, स्वास्थ्य विभाग,बाल कल्याण समिति, शिक्षा विभाग, मानव तस्करी रोधी इकाई, जिला बाल संरक्षण इकाई के संयुक्त टीम के तत्वावधान में बाल श्रम उन्मूलन अभियान चलाया जायेगा, साथ हीं आम जनमानस से अपील करते हुए कहा गया की बाल श्रम ना कराये और ना ही करने दे तभी हम सबके सहयोग से इस अभियान को सफल बनाया जा सकता है, हम सबने यह ठाना है, बाल मजदूरी को जड़ से मिटाना है।
बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अखिल नारायण देव पाण्डेय ने बताया कि बाल श्रम अभिश्राप को समाप्त करने के उद्देश्य से अभियान चलाया जा रहा है अभियान के दौरान बाल श्रम से मुक्त कराये गये बच्चों को शिक्षा से जोड़ते हुए सरकार द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित कराया जायेगा और उनको परिवार में पुर्नवासन करवाते हुए फालोअप भी कराया जायेगा मौकैपर बाल कल्याण समिति के सदस्य अमरेश चन्द्र पाठक, अमित सिंह चन्देल, रंजना चौबे माण्डवी सिंह उज्जैन जिला बाल संरक्षण इकाई से संरक्षण अधिकारी रोमी पाठक, गायत्री दुबे, काउन्सलर सुधीर कुमार शर्मा, सामाजिक कार्यकर्ता आकांक्षा उपाध्याय, वीणा राव,ओ आर डब्ल्यू शेषमणि दुबे, मानव तस्करी रोधी इकाई से प्रभारी निरीक्षक रामजी यादव, मुख्य आरक्षी धनञ्जय यादव, जेन्डर विशेषज्ञ साधना मिश्रा, सीमा द्विवेदी बाबु अहमद सहित अन्य सम्बंधित लोग रहे उपस्थित