राशन कार्ड,वृद्धा,विधवा पेंशन,परिवारिक लाभ योजना, ई-श्रम की बड़ी समस्या निदान के लिए पंहुचा डीएम दरबार -सावित्री देवी
सोनभद्र।1-जनपद सोनभद्र में नगरीय व ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को नये राशन कार्ड व पुरानें राशन कार्ड में बच्चों या परिवार का युनिट जोड़वाने के बाद ब्लाक,तहसील,मुख्यालय दौड़ना पड़ता हैं जिससें की शहरीय व ग्रामीण क्षेत्र की जनता को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता हैं एक छोटे सें काम की वजह से महिनों तक लोग परेशान रहते हैं कभी-कभी ऑफिस के कर्मचारी व दलालों के चक्कर में पड़ कर 100,200,500 व कभी इससें ज्यादा भी सुविधा शुल्क देना पड़ता हैं और जल्दी काम भी नही हो पाता हैं।2- नगरीय व ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के लिये 60वर्ष का आयु पूर्ण होने पर वृद्धा पेंशन 1000/-00 (एक हजार रुपया मात्र) माह व घर के कमाने वाले मुखिया के मृत्युपरान्त उनपर आश्रित कों 30000/-00 (तीस हजार रुपया मात्र) एक बार परिवारिक लाभ योजना दिये जाने का प्रावधान हैं। परन्तु सोनभद्र के सभी तहसील व विकास खण्ड स्तर पर काफी पेंशन व परिवारीक लाभ योजना कें आवेदन जांच पात्रता हेतु लम्बिंत हैं जिसकी वजह सें नगरीय व ग्रामीण क्षेत्र की जनता आय-दिन अपनी इन समस्या को लेकर तहसील दिवस,मुख्यालय तहसील कार्यालय व विकास खण्ड कार्यालय में दौड़तें रहते है लेकिन कोई उचित समाधान नही हो पाता कभी-कभी ऑफिस के कर्मचारी व दलालों के चक्कर में पड़ कर सुविधा शुल्क देना पड़ता हैं और उसके बाद भी जल्दी काम भी नही हो पाता हैं और जो गरीब असहाय लोग देने में सक्षम नही होते उनके आवेदनों को प्राथमिक स्तर जाचं अधिकारीयों व्दारा ही निरस्त कर दिया जाता हैं जिससें लोग सरकार के व्दारा संचालित योजना सें वंचित रह जाते हैं। 3- जनपद सोनभद्र में नगरीय व ग्रामीण क्षेत्र कि पति के मृत्यु के उपरान्त विधवा महिलाओं के लिये विधवा पेंशन 1000/-00 (एक हजार रुपया मात्र) देने का प्रावधान हैं।परन्तु सोनभद्र के सभी तहसील व विकास खण्ड स्तर पर काफी विधवा पेंशन कें आवेदन जांच पात्रता हेतु लम्बिंत हैं। जिसकी वजह सें नगरीय व ग्रामीण क्षेत्र की जनता आय-दिन अपनी इन समस्या को लेकर तहसील दिवस,मुख्यालय तहसील कार्यालय व विकास खण्ड कार्यालय में दौड़तें रहते है लेकिन कोई उचित समाधान नही हो पाता कभी-कभी दलालों के चक्कर में पड़ कर सुविधा शुल्क देना पड़ता हैं और उसके बाद भी जल्दी काम भी नही हो पाता हैं और जो गरीब असहाय लोग देने में सक्षम नही होते उनके आवेदनों को प्राथमिक स्तर जाचं अधिकारीयों व्दारा लम्बित रहने दिया जाता हैं जिससें लोग सरकार के व्दारा संचालित योजना सें वंचित रह जाते हैं।3-केन्द्र व राज्य सरकार व्दारा देश के असंगठित क्षेत्र के मजदूरों को एक साथ जोड़ने के लिए ई-श्रम कार्ड बनाने की शुरुआत की जिस के आधार पर सोनभद्र में भी शासन के निर्देश में जिलाधिकारी महोदय के आदेश पर व्यापक पैमाने पर प्रचार-प्रसार कराते हुये शिविर लगाकर गरीब मजदुर लोगों का ई-श्रम कार्ड बनाया गया था जिसमें पंजीकरण कराने वाले श्रमिकों का एक आधार युक्त युनिर्वसल अकांउट नम्बर जारी हुवा जिसमें केन्द्र व राज्य सरकार व्दारा प्रचार-प्रसार के साथ ही बैनर पोस्टर में भी दुर्घटना में मृत होने की स्थिति में मृतक के नामिनी/वारिसों को 02 लाख रुपये उपलब्ध कराया जाने का प्रावधन था परन्तु श्रम विभाग इस योजना से अभी तक अनभिग्य बना हुवा हैं पंजीकरण होने के बाद सैकड़ों लोगों की दुर्घटना में मृत्यु हो गयी लेकीन न तो कोई जानकारी दिया गया ना ही उनको कोई भी लाभ दिया गया।इस पुरे मामले मे महिला सुरक्षा एवं जन सेवा ट्रस्ट की अध्यक्ष सावित्री देवी ने इस पुरे मामले मे जिलाधिकारी सोनभद्र को पत्र के माध्यम से अवगत कराते हुये कहा की इस प्रकरण को संज्ञान मे लेते हुये तहसील व विकास खण्ड स्तर के अधिकारियों के साथ जांच हेतु लम्बित आवेदनों की बैठक कर समीक्षा किया जाये व सभी अधिकारीयों को एक नियत समयावधि में निस्तारित करने हेतु निदेर्शित किया जायें व सभी नये आवेदनों को नगर में नगर पंचायत कार्यालय,ग्राम में ग्राम पंचायत कार्यालय में जमा करवाने हेतु आदेश दिया जायें।