सीएफपी के अथक प्रयास से समाज के अन्तिम पावदान पर खड़े अति दलित समुदाय के लोगों के जीवन में खुशहाली की पहली किरण दिखाई दी
म्योरपुर/सोनभद्र(विकास अग्रहरि)
बनवासी सेवा आश्रम सीएफटीम मनरेगा टीम के माध्यम से म्योरपुर, चोपन ब्लाक के साथ जनपद के दुरस्थ नक्सल प्रभावित ब्लाक नगवां में लोगों को रोजगार देने का लगातार प्रयास कर रही है। ब्लाक के लगभग सभी गांव मूलभूत सुविधाओं से कोषों दूर है तथा संचार व्यवस्था से कटा हुआ है। लेकिन ग्राम पंचायत केवटम के कठौता गांव की कहानी एकदम
अलग है। कठौता छोटा गांव है जिसमें लगभग साठ परिवार मुसहर जाति के परिवार झोपड़ियों में रहते हैं, कुछ परिवारों के पास थोड़े बहुत खेत है जो पूरी तरह उंचा नीचा टीला है। लोग कुदाल फावड़े से खेती करते हैं। समाज अछूत जानकर उनके टोले में कम संपर्क रखते हैं। राजकुमार ने बताया कि हमलोगों के पास जांबकार्ड है लेकिन हमें कोई काम नहीं मिलता।
आज सीएफपी मनरेगा टीम द्वारा आज एक मीटींग का आयोजन किया गया। जिसमें आश्रम मुखिया शुभाबहन के समक्ष एक छोटी बन्धी व सड़क बनाने की योजना बनी। इसके लिए नये वर्ष में तत्काल मांगपत्र भरकर का शुरू करना तय हुआ। रोजगार
सेवक रामसेवक ने कहा एक दो दिन में ऐस्टीमेट बनाकर काम शुरु कर दिया जाएगा। इससे बसन्ती, पूनम, मुन्नी देवी,कुसमी, सुनीता आदि महिलाओं के चेहरे पर प्रसन्नता आई। मौके पर सीएफपी सदस्य सुभाष चन्द्रा, सुशील कुमार, यज्ञनारायण भाई, देवनाथ भाई, जगत भाई आदि उपस्थित रहे।