जमीन का सवाल बनेगा राजनीतिक मुद्दा – आइपीएफ
धरना 81 वें दिन भी रासपहरी में जारी
म्योरपुर, सोनभद्र। वनाधिकार कानून के तहत जमीन पर अधिकार के सवाल को आगामी चुनावों में प्रमुख राजनीतिक सवाल बनाया जायेगा और इस पर बड़ी जन गोलबंदी की जायेगी. यह प्रस्ताव आज रासपहरी में आइपीएफ के जारी अनिश्चित कालीन धरने में लिया गया. धरने में वक्ताओं ने कहा कि हर सरकार ने वनाधिकार कानून के तहत जमीन पर अधिकार के सवाल को हल नहीं किया. कानून के विरुद्ध बिना सुनवाई और जांच के दावों को खारिज कर दिया गया था. जिसके विरुद्ध सपा सरकार और भाजपा सरकार में हाईकोर्ट ने आदेश दिया और सरकार को दावों के पुनः परीक्षण के लिए कहा. पर हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी सरकारों ने आदिवासियों और वन निवासियों को उनकी पुश्तैनी जमीन पर अधिकार नहीं दिया. वक्ताओं ने कहा कि आदिवासियों के उभ्भा नरसंहार के बाद योगी जी जनपद आए थे और भूमि के सवाल को हल करने की घोषणा करके गए थे उनकी सरकार के जाने का वक्त आ गया पर न तो मठ, सोसाइटी, ट्रस्ट के कब्जे की अवैध जमीन मुक्त हुई न आदिवासियों को पुश्तैनी वन भूमि पर अधिकार मिला.इसलिए जमीन पर अधिकार के सवाल को राजनीतिक सवाल बनाया जायेगा और इस पर जन गोलबंदी की जायेगी.
धरने में आइपीएफ जिला संयोजक कृपा शंकर पनिका, राजेन्द्र प्रसाद गोंड़, मंगरू प्रसाद गोंड़, मनोहर गोंड़, इंद्रदेव खरवार, बिरझन गोंड़, भगवान दास गोंड़, सुखदेव गोंड़, राजमन गोंड़ आदि लोग रहे.
कृपा शंकर पनिका
जिला संयोजक
आल इंडिया पीपुल्स फ्रंट सोनभद्र