यूरिया खाद नही मिलने से किसानों की बेचैनी बढ़ी
दुद्धी, सोनभद्र। पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी यूरिया खाद की किल्लते बढ़ गई है। सोनभद्र जिले के सहकारिता लैम्पस व क्रय विक्रय केन्द्रों पर यूरिया खाद नहीं है। जिससे किसानों की परेशानी दोगुनी बढ़ गई है। यूपी के एक अतिपिछड़े जिला जहाँ किसान यूरिया के लिए सहकारी समिति क्रय विक्रय केंद्रों के बाहर घंटों से लाइन लगाकर खड़े हो रहे हैं। हफ्तों दिनों से चक्कर लगाने के बाद भी किसानों को अपनी फसलों के लिए यूरिया नहीं मिल रही है। इस परिस्थितियों में भी परेशान किसान केन्द्र संचालकों से झगड़ा करने को मजबूर हो रहे हैं किसान धान की फसल को बचाने के लिए किसान प्राइवेट दुकानों से 100 रुपये तक ज्यादा मूल्य पर लेने को मजबूर हो रहे हैं।
सोनभद्र के झारोकला निवासी महिला किसान राजपति कहतीं हैं कि यूरिया खाद नही मिलने से समय पर खाद नहीं मिलने से धान की फसल की उत्पादन पर इसका असर पड़ेगा। धान पिला होने चला जबकि बारिश नहीं होने से किसान चिंतित हो गए हैं। क्षेत्र के किसानों को एक ओर खाद किल्लत की समस्या से जुझना पड़ रहा है, तो दूसरी ओर मौसम की मार भी झेलनी पड़ रही है। यूरिया खाद ब्लेक किया जा रहा है।
किसान अशोक पाल ने बताया कि पिछले कई दिनों से लैम्पस का चक्कर लगा रहे हैं। जबकि घंटो से लाइन लगाकर यूरिया का इंतज़ार कर रहे हैं। ऐसे में केंद्र संचालकों ने बाहर छोर से आये हुये लोगों को देकर बोल देतें है कि अब खत्म हो गया है बाद में मिलेगा।
सोनभद्र ए0 आर0 त्रिभुवन सिंह ने बताया कि पिछले वर्ष की अपेक्षा इस बार बहुत ही कम यूरिया प्राप्त हुई है। जबकि पिछले बार 9 हजार मी0 यूरिया खाद आई थी। अभी तक हमारे यहाँ 437 मी0 ही यूरिया खाद मिल पाया है जिससे किसानों की नाराजगी जायज है। सम्बंधित अधिकारियों से विभाग द्वारा मांग किया गया है। जैसे ही यूरिया हमारे यहाँ उपलब्ध होती है, समस्त क्रय केंद्रों पर भेज दिया जाएगा।