उप जिलाधिकारी ने घिवही में जन चौपाल लगाकर पंचायत चुनाव के निर्वाचक नामावली गड़बड़ी की शिकायत का ग्रामीणों के बीच किया परीक्षण
जन चौपाल के साथ प्रगतिशील किसान के खेती का किया निरीक्षण, जैविक खेती पर जोर देने की किया अपील
विंढमगंज/ सोनभद्र( राम आशीष यादव)।
मंगलवार को उप जिलाधिकारी दुद्धी रमेश कुमार ने तहसील क्षेत्र के घिवही गांव में चौपाल लगाकर पिछले दिनों निर्वाचक नामावली में गड़बड़ी की शिकायत का ग्रामीणों के बीच परीक्षण किया।तथा ग्रामीणों की समस्याएं सुनी। वहीं पंचायत चुनाव के मद्देनजर निर्वाचक नामावली का परीक्षण किया।ग्रामीणों के बीच निर्वाचक नामावली को पढ़कर सुनाया गया और कुछ महत्वपूर्ण जानकारी ली गई।ग्रामीणों से मिली जानकारी से निर्वाचक नामावली व वरासत का सत्यापन एवं परीक्षण करने के बाद उप जिलाधिकारी रमेश कुमार ने ग्रामीणों को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी गई जिसमें किसान सम्मान निधि ,मुख्यमंत्री सुमंगला कन्या योजना,कृषि ऋण,शिक्षा ऋण,हेल्थ कार्ड सहित अन्य किसान बीमा योजना की जानकारी दी गई।उप जिलाधिकारी ने कहा कि सरकार आप लोगों लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं चला रही हैं उसका आप सभी लोग लाभ उठाएं।इसके पूर्व ग्रामीणों द्वारा निर्वाचक नामावली में गड़बड़ी की शिकायत का सत्यापन किया।इस दौरान गांव में वृद्धा एवं विधवा पेंशन,किसान सम्मान निधि सहित गांव में बने सामुदायिक शौचालय तथा आंगनवाड़ी एवं स्वयं सहायता समूह की कार्य को भी जाना ।पंचायत चुनाव के लेकर भी ग्रामीणों से जानकारी प्राप्त किया।
इसके अलावा घिवही गांव के प्रगतिशील किसान गौरीशंकर कुशवाहा के खेतो में लगी फसलों का स्थलीय निरीक्षण किया।जिसमें किसान ने हींग , तेजपत्ता , दालचीनी, हर्बल अजवाइन, कड़ी पत्ता और अन्य मसाले की खेती की गई है। इसके अलावा नाडेप कम्पोस्ट , वर्मी बेड आदि का निरीक्षण किया गया। उपजिलाधिकारी रमेश कुमार ने समन्वित खेती पर आधारित स्व विकसित संकल्प श्री मॉडल पर चर्चा की और लोगों को जैविक खेती करने की सलाह दिया।
बता दें कि उपजिलाधिकारी स्वयं कृषि और बागवानी के छात्र रहे है और कृषि के नवीन मॉडल पर अन्य राज्यो और मौजूदा कृषि तकनीकी के आधार पर कई उद्यमों को एक साथ लाकर खेती से आय दुगुना करने और स्व रोजगार के उपायों पर अपने ज्ञान और अनुभव को प्रगतिशील किसान से साझा किया।समन्वित खेती मॉडल में सब्जी उत्पादन खाद्यान्न फसल, बागवानी, गाय पालन, बकरी पालन,मुर्गी पालन, मछली पालन, बत्तख पालन,मशरूम उत्पादन,वर्मी कम्पोस्ट ,नाडेप , पॉट कल्चर ,रूफ फार्मिंग, जल संरक्षण ,आदि को खेती में शामिल करने की सलाह दिया।
उन्होंने बताया कि भारतीय बीज मसाला की बीज डॉ अरविंद वर्मा के निर्देशन में राजस्थान से मंगवाए गए हैं और इसका जो भी परिणाम आएगा उसे भारतीय बीज अनुसंधान संस्थान राजस्थान भेजा जाएगा।
इस दौरान निवर्तमान ग्राम प्रधान, बी डी सी सहित अन्य ग्रामीण मौजूद रहे।