भाढा बढ़ने के बाद ट्रांसपोर्टरों का आंदोलन खत्म सँयुक्त ट्रांसपोर्ट संगठन मोर्चा करता रहेगा निगरानी
सोनभद्र (सुशिल तिवारी 7905846002) संयुक्त ट्रांसपोर्ट संगठन मोर्चा द्वारा कोयला ढोने वाले वाहनों का भाढा बढ़ाये जाने के लिए पिछले 1 सप्ताह से आंदोलन चल रहा था, जो कि बुधवार को खत्म हो गया। इस संबंध में संगठन मोर्चा के पदाधिकारियों ने सिंगरौली में एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया। जिसमें उन्होंने बताया कि यूपी और एमपी में 15 से लेकर के 25 फ़ीसदी तक भाड़े में बढ़ोतरी हो गई है, जिससे लगभग-लगभग अधिकांश बिजली परियोजनाओं और बड़े ट्रांसपोर्टरों ने भी स्वीकृत कर लिया है। इस संबंध में मोर्चा के अध्यक्ष राजेश सिंह ने बताया कि लोकल और बाहर जाने वाले को ट्रकों का भाड़ा बढ़ा दिया गया है। जहां ₹1050 भाड़ा लगता था और वहां डेढ़ सौ बड़ा करके 1200 कर दिया गया है और वहीं जहां ₹1000 भाड़ा मिलता था वहां 1150 कर दिया गया। रास्ते का जो खर्चा 500 था अब 1000 कर दिया गया है। इसके अलावा यूपी में रेलवे साइडिंग भाड़े में ₹40 प्रति टन और एमपी में ₹30 प्रति टन की बढ़ोतरी कर दी गई है। वाहन स्वामियों में काफी हर्ष है लैंको का भाड़ा ₹145 कर दिया गया है ।रेणुकूट हिंडालको प्लांट के भाड़े में ₹20 प्रति टन, डाला प्लांट में ₹30 प्रति टन, और राबर्ट्सगंज प्लांट के लिए ₹100 प्रति टन, एस्सार प्लांट के लिए ₹40 प्रति टन की बढ़ोतरी की गई है। जिसे अधिकतर ट्रांसपोर्टरों और बिजली घरों ने मान भी लिया है।उन्होने कहा कि भाड़े के लिये संगठन मोर्चा हर जगह अपने लोगों को तैनात करेगा, और बारीकी से इसका निरीक्षण करायेगा। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए राजेश सिंह, विनोद सिंह कुरुवंशी, मुन्ना अग्रहरि, गैवी यादव, लालता राम आदि ने इस जीत को वाहन मालिकों के एकजुटता का जीत बताया, कहा कि एकता के चलते ही इतनी बड़ी जीत हुई है, अगर किसी ने भी वाहन मालिकों का शोषण हुआ तो वे लोग इसी तरह से सड़क पर उतरने के लिए बाध्य होंगे।