नवीन कार्य क्षेत्र में कार्यभार नही ग्रहण करने पर वन रक्षक का वेतन रोकने की होगी कार्यवाही

दुद्धी / सोनभद्र। रेनुकूट वन प्रभाग के बघाडू वन रेंज के एक वन रक्षक का कार्य क्षेत्र अनपरा बदले जाने के बाद भी रेंज में ही जमे रहने को लेकर डी एफ ओ ने वेतन रोकने के आदेश रेंजर रूप सिंह को दिए हैं।डी एफ ओ रेनुकूट एम पी सिंह से दूरभाष पर हुई वार्ता में उन्होंने कहा कि कार्यक्षेत्र में बदलाव किए गए रेंज में नही कार्यभार ग्रहण करने पर अंतिम चेतावनी देते हुए कहा है कि 24 जनवरी तक अगर नए रेंज में कार्यभार ग्रहण नही करते हैं तो वेतन रोकने की कार्यवाही करने के आदेश रेंजर बघाडू को दिए गए हैं। बताया कि कार्यक्षेत्र में बदलाव किए गए वन रक्षक के जिम्मे कुछ काम अधूरे थे जिसे मीटिंग में जल्द पूरा कराने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि अगर 24 जनवरी तक कार्य पूर्ण करके नए रेंज में कार्यभार ग्रहण नही करते हैं तो वेतन रोक दी जाएगी।
रेंजर रूप सिंह ने बताया कि सप्ताह भर के अंदर वेतन रोकने की संस्तुति कर दी जाएगी।
बता दें कि दिसम्बर महीने में ही तीन वन रक्षकों के कार्य क्षेत्र में बदलाव किया गया था जिसमें दो लोगों ने तो अपने नए रेंज में कार्यभार ग्रहण कर लिया लेकिन कार्य क्षेत्र बदले जाने के पखवाड़े भर बाद भी बघाडू रेंज के वन रक्षक साहब रेंज में ही जमे हैं जिसे लेकर क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म है।
सूत्रों की मानें तो कार्य क्षेत्र में बदलाव से वन रक्षक खुश नहीं है क्योंकि बघाडू जैसे मलाईदार रेंज अपने हाथ से जाते देख कई जुगाड़ लगा चुके हैं और लगातार डी एफ ओ कार्यालय से सम्पर्क में बने हुए हैं।जिससे इस बात की चर्चा जोर पकड़ने लगी है कि आखिर डी एफ ओ साहब अपने ही आदेश का पालन क्यों नहीं करा पा रहे हैं।किसी का दबाव है या और कोई अन्य बात —– यह लोगो के समझ से परे हैं।

वन रक्षक के कार्यमुक्त को लेकर डी एफ ओ और रेंजर आमने सामने, एक दूसरे पर मड़ रहे जबाबदेही
दुद्धी। रेनुकूट वन प्रभाग के बघाडू रेंज से एक वन रक्षक के कार्यक्षेत्र में बदलाव अधिकारियों की कार्यशैली को लेकर चर्चा में है।कार्य क्षेत्र में बदलाव के एक पखवाड़े भर बाद भी रेंज से न जाना सवाल खड़े कर रहा है।
जबकि डी एफ ओ का कहना है कि रेंजर कार्यमुक्त नही कर रहे हैं और उधर रेंजर का कहना है कि डी एफ ओ साहब कुछ दिन के लिए रोके हैं।यह बात करीब पखवाड़े भर चल रही हैं ।जिस तरह जिम्मेदार अधिकारियों के बयान आ रहे हैं उससे इस बात की चर्चा है कि आखिर डी एफ ओ खुद अपनी आदेश को रोके हैं या रेंजर कार्यमुक्त नही कर रहे हैं।यह सवाल लोगों के बीच गूंज रहा है।