बोधाडीह व करहिया के आदिवासियों के लिए अभिशाप साबित हो रहा कोन ब्लॉक – फौजदार सिंह
दुद्धी / सोनभद्र। दुद्धी ब्लॉक से हटाकर करहिया व बोधाडीह ग्राम पंचायत को नव सृजित कोन ब्लॉक में शामिल करना वहाँ के आदिवासियों के अभिशाप साबित हो रहा है ।इसलिए बोधाडीह व करहिया गांव को कोन ब्लॉक में शामिल होने की ग्रामीण शुरुआत से ही विरोध कर रहे हैं और अब तक दर्जनों पत्राचार कर चुके हैं अभी हाल ही में दुद्धी विधायक हरिराम चेरो व उप जिलाधिकारी दुद्धी रमेश कुमार से मिलकर यथावत दुद्धी ब्लॉक में ही रहने देने की मांग की थी लेकिन शासन प्रशासन द्वारा अभी तक कोई ठोस पहल नहीं किया जाना चिंता का विषय है ।उक्त बातें अखिल भारतीय आदिवासी महासंघ के जिला अध्यक्ष फौजदार सिंह परस्ते ने कही।
उन्होंने कहा कि अब खासतौर से आदिवासियों को किसी भी कार्यो के लिए चोपन जाने के लिए कहा जा रहा है जो दुद्धी से लगभग 50 किलोमीटर की दूरी है जबकि दुद्धी ब्लॉक व तहसील मुख्यालय की दूरी 15 से 20 किलोमीटर ही है ऐसे में महिलाओं के लिए काफी परेशानी हो रही हैं।क्योंकि हमलोगों की किसी न किसी काम से ब्लॉक कार्यालय आना जाना पड़ता है और प्रतिदिन करहिया व बोधाडीह से ब्लॉक चोपन / कोन जाना और आना सम्भव नहीं है।यदि शासन प्रशासन यथाशीघ्र करहिया व बोधाडीह को पुनः दुद्धी ब्लॉक में शामिल करने का आदेश जारी नही करती हैं तो आने वाले समय में अखिल भारतीय आदिवासी समाज तहसील मुख्यालय पर धरना देने के लिए बाध्य होंगे जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।