खनन, राजस्व तथा वन विभाग की सन्युक्त टीम ने किया महुली बैचिंग प्लांट की जांच
मलिया व कनहर नदी का भी किया स्थलीय निरीक्षण
विण्ढमगंज/सोनभद्र(राम आशीष यादव)
दुद्धी तहसील क्षेत्र के अंतर्गत महुली,विंढमगंज क्षेत्रों में हो रहे रेलवे के दोहरीकरण कार्य मे प्रयुक्त होने वाले बालू,गिट्टी आदि का शुक्रवार को वन विभाग, राजस्व तथा खनन विभाग की सन्युक्त टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच किया।
कुछ दिन पहले कुछ ग्रामीणों व ट्रैक्टर मालिको ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर महुली रेलवे के बैचिंग प्लांट में अवैध बालू का जांच की मांग की जिस पर जिलाधिकारी ने 3 सदस्य जांच टीम गठन कर जांच करने का आदेश दिया था आज जांच टीम पहले फुलवार व तरिहा गांव में स्थित मलिया नदी का स्थलीय निरीक्षण किया ।इसके बाद टीम ने डुमरा गांव के कनहर नदी में पहुंचकर बालू खनन का जायजा लिया।
इसके बाद टीम महुली स्थित बैचिंग प्लांट पर जाकर रेलवे द्वारा रखी गई बालू तथा रॉयल्टी की जांच किया।कार्यदाई संस्था द्वारा अब तक किए गए बालू के उपयोग के बाबत जानकारी देते हुए जांच टीम को बताया कि कम्पनी यूपी के कोरगी,नगवा बालू साइडों तथा भंडारण से तथा एम पी व छत्तीसगढ़ से परमिट शुदा बालू का उपयोग करती है।जिसका रॉयल्टी भी मौजूद है।हालाकिं जांच टीम ने कम्पनी के स्टोर कीपर से रॉयल्टी लेकर दुद्धि तहसील में उपस्थित होने के लिए कहा।अब रॉयल्टी की जांच कराने के बाद ही पता च पाएगा कि वह असली है या फर्जी।इस दौरान दुद्धी उपजिलाधिकारी रमेश कुमार, सीओ दुद्धी राम आशीष यादव,खनन निरीक्षक जीके दत्ता, खनन सर्वेयर संतोष पाल,एस डी ओ मनमोहन मिश्रा,रेंजर विंढमगंज विजेंद्र श्रीवास्तव आदि लोग मौजूद थे।