देश के प्रतिष्ठित राष्ट्रीय अवार्ड डॉ एपीजे अब्दुल कलाम राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजी गई शिक्षिका कौशर जहां सिद्दीकी
सोनभद्र
– शिक्षिका ने राष्ट्रीय स्तर पर सोनभद्र का मान बढ़ाया
– नीति आयोग ने जारी किया स्वर्ण भारत परिवार को पत्र
सोनभद्र (विकास द्विवेदी)। सोनभद्र की शिक्षिका कौशर जहां सिद्द्की को देश के प्रतिष्ठित राष्ट्रीय अवार्ड डॉ एपीजे अब्दुल कलाम राष्ट्रीय पुरस्कार 2020 से नवाजी गई। यह पुरस्कार यूनिसेफ व नीति आयोग के पोषित स्वर्ण भारत परिवार ट्रस्ट के द्वारा कुपोषण मुक्त भारत अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाने पर दिया गया।
इनके पुरस्कार मिलने पर बेसिक शिक्षकों मे ख़ुशी की लहर है।
गौरतलब है कि यूनिसेफ व नीति आयोग के पोषित स्वर्ण भारत परिवार ट्रस्ट के द्वारा कुपोषण मुक्त भारत अभियान के विषय पर देश विदेश से गणमान्य व्यक्तियों ने अपने अपने-अपने सुझाव दिये थे।जिसमे सोनभद्र से कौशर जहां सिद्द्की भाग ली थी। इन्होने कुपोषण मुक्त भारत बनाने का संकल्प लिया और अपने सुझाव व विचार व्यक्त की। जिस पर उन्हें देश के प्रतिष्ठित राष्ट्रीय अवार्ड से सम्मानित की गया। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सोनभद्र डॉक्टर गोरखनाथ पटेल ने कहा कि यह जनपद सोनभद्र के बेसिक शिक्षा परिवार के लिए बडे ही हर्ष व गौरव की बात है। मैं उनके बेहतर कार्य की सराहना करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना करता हू। खंड शिक्षा अधिकारी उदय चंद्र राय ने हर्ष जताते हुए कहा कि शिक्षिका के मेहनत का नतीजा है कि आज उन्हें ट्रस्ट द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह बेसिक शिक्षा विभाग के लिए हर्ष का विषय है। बता दें कि घोरावल क्षेत्र के बिसरेखी गांव निवासी कौशर जहां सिद्द्की वर्ष 2008 में जनपद के घोरावल क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय बिसरेखी मे बतौर सहायक अध्यापिका के पद पर नियुक्ति हुई थी। नियुक्ति के बाद से विद्यालय मे कुछ अलग करने का जूनून ठान बैठने वाली कौशर ने धीरे धीरे विद्यालय का रंग रूप बदलते हुए आदर्श विद्यालय बनाने मे जुट गई और वर्तमान समय मे पूरे जिले मे प्राथमिक विद्यालय बिसरेखी अपने आप मे जाना पहचाना जाने लगा है। विद्यालय के बच्चे जिले स्तर की प्रतियोगिताओ एवं उडान प्रतियोगिता मे भाग लेते हुए कृतिमान स्थापित करते रहते है। नवोदय क्रांति परिवार शिक्षिका के इस उपलब्धि पर डिस्ट्रिक मोटिवेटर कमलेश कुमार गुप्त ने भी मुबारकबाद दिया है।