नगवां बालू साइट घटना को लेकर सपा ने मजिस्ट्रेटियल जांच की मांग उठाई
सपा के वरिष्ठ नेता जुबेर आलम ने गांव का दौरा कर ग्रामीणों को दिया भरोसा
दुद्धी,सोनभद्र (मु.शमीम अंसारी/भीम जायसवाल)। स्थानीय कोतवाली क्षेत्र के नगवां बालू खनन साइट पर बालू ठेकेदार व ग्रामीणों के बीच हुए बवाल ने राजनीतिक रंग लेना शुरू कर दिया है। मंगलवार को पकरी गांव पहुंचे समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता जुबेर आलम ने मृतक के घर पहुंचकर जहां परिजनों को ढांढस बंधाया वहीं मुकदमें में फंसे ग्राम प्रधान सहित ग्रामीणों के घरवालों से भी मिलकर मामले की न्यायिक जांच कराने के आश्वासन दिया। बताना मुनासिब होगा कि बीते दिन 23 मई 2020 को पकरी गाँव के 45 वर्षीय रामसुंदर गोंड़ पुत्र विश्वनाथ गोंड़ नामक एक व्यक्ति का शव संदिग्ध परिस्थितियों में कनहर नदी में मिला था। घटना के लगभग एक सप्ताह बाद उत्तेजित ग्रामीण सैकडों की संख्या में नगवां बालू साइट पहुँच कर तोड़ फोड़ करना प्रारंभ कर दिया और कहने लगे कि बालू खनन साइट के लोगों द्वारा रामसुंदर गोंड़ की हत्या कर इस बात पर की गई है कि उसकी जमीन नदी किनारे पड़ती है और वह अवैध खनन को लेकर विरोध करता था।
गुस्साए ग्रामीणों ने नगवां बालू साइट पर पथराव कर दो पोकलेन व ट्रक टीपर के शीशे तोड़ दिए थे। सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन मौके पर दुद्धी, अमवार, विंढमगंज पुलिस के साथ पहुँच स्थिति को नियंत्रित किया था। तोड़ फोड़ के मामले को लेकर दुद्धी पुलिस द्वारा स्थानीय कोतवाली में ग्राम प्रधान सहित 11 लोगों पर धारा 147, 148, 149, 352, 427, 504, 506 भादवि व 7 सीएलए एक्ट से सम्बन्धित मुकदमा पंजीकृत कर ग्राम प्रधान मंजय यादव पुत्र शीतला प्रसाद सहित अजय पनिका पुत्र अकलू पनिका, अरविंद पुत्र तेज बली सिंह, सुरेश पुत्र प्रेम सिंह, उदल पुत्र तेज बली सिंह, राजेश पुत्र रामचंद्र, हरिचरण पुत्र सुद्दू, उमेश कुमार पुत्र रामचंद्र, दयाशंकर पुत्र चतुर्भुज, रामअवतार पुत्र सुकन एवं कुलदीप पुत्र मोती निवासी गण ग्राम पकरी थाना विंढमगंज, सोनभद्र को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। सपा नेता जुबेर आलम ने मामले की मजिस्ट्रेटियल जांच न होने की दशा में पार्टी के बैनर तले व्यापक आंदोलन करने की भी चेतावनी दी है।