वाह-कोरोना को लेकर घर-घर जाकर जागरूक कर रहे प्रधानाध्यापक नीरज चतुर्वेदी
प्राथमिक विद्यालय अमवार के प्रधानाध्यापक की अनूठी पहल
छुट्टी के बावजूद स्कूल व अध्ययनरत बच्चों के गांव जाकर कॅरोना बीमारी से बचने के बता रहे उपाय
दुद्धी,सोनभद्र (मु.शमीम अंसारी/भीम जायसवाल)।
“हैं अज़ीज़ों से भी बेहतर ये मील के पत्थर, बेज़बां होके भी मंजिल का पता देते हैं”।
ये शैर उस सख्शियत से मंसूब है जो पराया होकर भी अपनापन का रिश्ता निभाता है। नीरज चतुर्वेदी दुद्धी शिक्षा क्षेत्र का एक ऐसा नाम जो किसी तार्रुफ़ का मोहताज नही है। नीरज चतुर्वेदी की शैक्षणिक व सामाजिक गतिविधियों ने ही नौकरी के अल्प कार्यकाल में उन्हें कई सम्मान दिलाये हैं। शासन ने प्रदेश के सभी स्कूल व कॉलेज 2 अप्रैल तक के लिए बन्द कर दिए हैं।शिक्षक अपने अपने घर चले गए हैं। वहीं दुद्धी शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय अमवार कॉलोनी के प्रभारी प्रधानाध्यापक नीरज चतुर्वेदी द्वारा नोवेल कोरोना वायरस को लेकर घर – घर जाकर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा हैं। सरकारी स्कूलों में छुट्टी के बाद जहां अध्यापकों के दर्शन तक नही होते वहीं अमवार के अभिभावक और बच्चे अपने गुरुजी को दरवाजे पर पाकर फुले नही समा रहे हैं। इस बात की चर्चा है कि अगर सभी सरकारी अध्यापक जज्बा के साथ कार्य करें तो सरकारी स्कूलों के प्रति लोगों की सोच काफी हद तक बदल जाएगी। सच कहा जाता है कि जब भी समाज में कोई संकट आता है तो समाज के दर्पण कहे जाने वाले शिक्षक का उत्तरदायित्व और बढ़ जाता है। इस समय कोरोना वायरस से पूरा देश डरा-सहमा है औऱ जोर शोर से जागरूकता अभियान चलाई जा रही है। शिक्षा के साथ- साथ समाज के प्रति अपनी उत्तरदायित्व को देखते हुए बुधवार को प्रभारी प्रधानाध्यापक नीरज चतुर्वेदी अमवार विद्यालय पहुंच कर भवन के बाहर से दिखने वाले दीवार पर कोरोना वायरस की पम्पलेट फ्लैक्स लगाया एवं चहारदीवारी तथा अन्य भवनों की दीवारों पर जागरूकता पोस्टर भी लगाया। इसके बाद अभिभावकों के घर एवं दुकानों सहित अन्य जगहों पर भी जाकर बच्चों व अन्य ग्रामीणों तथा राहगीरों को पोस्टर बांटकर कोरोना से बचने का उपाय बिस्तार से बताया और सलाह दी कि यदि बहुत जरूरी हो तभी इस समय बस या ट्रेन से यात्रा करें और जहां तक सम्भव हो भीड़ भाड़ वाले जगहों पर कम जाएं और नींबू एवं तुलसी का अधिक से अधिक सेवन करें तथा स्वच्छता अपनाने की सलाह दी। छुट्टी के दिनों में भी शिक्षक की इस जज्बे को देखकर लोग जमकर सराहना करते रहे।