सीएम को पत्र भेज वन विभाग व प्रशासन पर सत्यापन व आवंटन प्रक्रिया में मनमानी करने का लगाया आरोप
आदिवासी वनवासी सम्मेलन बभनी में कल
बभनी, सोनभद्र। 15 नवंबर को सोनभद्र आ रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ध्यान आदिवासी वनवासी महासभा ने ईमेल के माध्यम से पत्र प्रेषित कर वन विभाग और प्रशासन द्वारा वनाधिकार कानून के तहत जंगल की पुश्तैनी जोतकोड़ की जमीनों के सत्यापन व आवंटन प्रक्रिया में मनमानी करने ओर आकृष्ट कराया है। आदिवासी वनवासी महासभा के कृपा शंकर पनिका की ओर से प्रेषित पत्र में माननीय मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाया गया है कि आदिवासियों द्वारा जंगल की पुश्तैनी जोतकोड़ की जिन जमीनों का सत्यापन ग्राम स्तरीय वनाधिकार समिति व राजस्व विभाग टीम द्वारा कर पट्टा आवंटन की संस्तुति की गई है, वनाधिकार कानून के तहत तहसील स्तरीय समिति द्वारा इस संस्तुति के आधार पर दावों का निस्तारण कर पट्टा आवंटन किया जाना है लेकिन राजस्व विभाग व वनाधिकार समिति के सत्यापन व संस्तुति को दरकिनार कर या तो दावों को मनमाने ढंग से खारिज कर दिया जा रहा है या फिर जितने रकबे पर काबिज हैं और राजस्व विभाग टीम द्वारा भी सत्यापित किया गया है उससे काफी कम हिस्से का ही आवंटन किया जा रहा है, यह पूरी तरह से वनाधिकार कानून के प्रावधानों का उल्लंघन है। प्रशासन द्वारा जिन आदिवासियों के पास काश्त की पुश्तैनी जमीनें हैं उन्हें वनाधिकार कानून के लाभ से वंचित किया जाना कानून के प्रावधानों का उल्लंघन है। इसी तरह हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवहेलना कर आदिवासियों पर मुकदमे दर्ज किये जा रहे हैं और जमीनों से बेदखली कर उत्पीड़न किया जा रहा है।
वनाधिकार कानून को लागू करने, कोल को जनजाति का दर्जा देने, शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि के सहकारीकरण, रोजगार और आदिवासी बाहुल्य सोनभद्र को संविधान की 5 वीं अनुसूची में शामिल करने जैसे सवालों को लेकर जन जागरण अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत कल बभनी में आदिवासी वनवासी सम्मेलन का आयोजन है। इस बाबत जानकारी देते हुए कार्यक्रम के संयोजक राम नारायण गोंड़ ने आदिवासियों और आम लोगों से सम्मेलन में शामिल होने की अपील की है।