कनहर सिंचाई परियोजना के अंतर्गत नहर निर्माण में आ रही वन भूमि को हस्थानांतरित करने की मिली मंजूरी
दुद्धी, सोनभद्र। बृहस्पतिवार को मंत्रिपरिषद की बैठक में प्रस्तुत होने वाले मदों की सूची में कनहर सिंचाई परियोजना के अंतर्गत नहर निर्माण के लिए आड़े आ रही वन भूमि की जगह गैर वन भूमि हस्थानांतरित करने के लिए प्रस्ताव पारित होते ही क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई। सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग खण्ड-3 के अंतर्गत कनहर सिंचाई परियोजना में नहर प्रणालियों के लिए आवश्यक 127.1637 हेक्टेयर वन भूमि के बदले 160.7608 हेक्टेयर वन भूमि स्थानांतरण किए जाने का कैबिनेट में प्रस्ताव पारित हो गया। इसके साथ ही कनहर सिंचाई परियोजना के अंतर्गत यह प्रणालियों निर्माण में आड़े आ रही वन भूमि के मामला पटाक्षेप होते ही क्षेत्र के बुद्धिजीवी वर्ग ने प्रदेश के मुखिया के प्रति आभार जताया साथ ही विश्वास व्यक्त किया कि सरकार के इस महत्वपूर्ण कदम से कनहर सिंचाई परियोजना की निर्माणाधीन नहरों के कार्यों में तेजी आएगी।
परियोजना के चीफ हर प्रसाद ने कहा कि कैबिनेट की मीटिंग में वन भूमि अधिग्रहण मामले में मंजूरी मिल गई है। जैसे ही भूमि अधिग्रहण होते हैं तत्काल सुरंग वाले नहरों सुरंग के कार्यों में तेजी से कार्य किये जायेंगे।
कार्यदायी संस्था एचईएस के महाप्रबंधक(जीएम) संजीव कुमार ने बताया कि कैबिनेट की मंजूरी मिलने से कार्य मे तेजी आएगी। कई वर्षो से हरनाकछार गांव के नहरों के सुरंग के कार्य अधूरे पड़े हुए थे। भूमि अधिग्रहण होते ही कार्य तेज गति से कराया जाएगा।