एसएसआइ मुहम्मद अरशद ने गरीब बच्चों में जाकर मिठाइयां बाट मनाई दीपावली
सोनभद्र खाकी ने गरीब बच्चों में जाकर मिठाइयां बाट मनाई दीपावली।अक्सर हमारे दिलो दिमाग में खाकी का कुछ गलत ही चित्रण होता है। किसी के घर पुलिस पहुंच जाये तो घरवाले ही नहीं पूरा मुहल्ला सहम जाता है। और कहते हैं के “का हो गइल भइया के पुलिस आ गइल बा”। रूह कांप उठती है लोगों की खाकी के नाम से। मगर इससे इतर खाकी का एक अलहदा तस्वीर सामने आया है। जी हाँ सोनभद्र में खाकी का एक अलग ही रूप सामने आया है।
अब से पहले आसमान में छूटने वाले पटाखों को देखकर ही गरीब बच्चे खुश हो जाते थे।सोनभद्र के विंडमगंज एसएसआइ मुहम्मद अरशद ने सराहनीय पहल की है और उन्होंने प्रकाश पर्व दीपावली को अलग अंदाज में मनाई। उन्होंने ग्राम धरतीटोलवा मे जाकर आस पास के गरीब बच्चों को खिलौने, पटाखे, मिठाई व मोमबत्ती आदि वितरित किया। खाकी को अपने बीच पाकर गरीबों व अनाथों के चेहरे खुशी से खिल उठे। इस सराहनीय कार्य से खाकी पहली बार बड़ी परंपरा की नींव डालती नजर आई। आवश्यकता है तो इस कड़ी को बरकरार रखने की।
इस दौरान मुहम्मद अरशद ने बताया कि लोगों में खाकी वर्दी के वहम को मिटाने का मैंने एक छोटा सा प्रयास किया है। पुलिस और आम जनता के बीच मतभेद नहीं होना चाहिए। जनता की ही सहायता के लिए पुलिस सजग प्रहरी बनी रहती है। सामंजस्य अगर बना रहे तो आपराधिक घटनाएं नहीं होंगी। बच्चों के खिलखिलाते चेहरे देख उन्होंने देश का भविष्य बताया।