शिक्षा के बुनियादी ढांचे को दुरुस्त करने के लिए विशेष पैकेज की मांग
सीएम को लिखा युवा मंच ने पत्र
ओबरा पीजी कॉलेज में छात्रों के आंदोलन का समर्थन किया
ओबरा-सोनभद्र। युवा मंच ने ओबरा राजकीय पीजी डिग्री कालेज में छात्रों द्वारा विषयवार प्रोफेसर की नियुक्ति, पुस्तकालय, छात्रावासों की मरम्मत, महिला छात्रावास बनाने, छात्र संघ चुनाव जैसे मुद्दों को लेकर जारी आंदोलन का समर्थन किया है। युवा मंच प्रदेश संयोजक राजेश सचान द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को प्रेषित पत्र में ओबरा पीजी राजकीय डिग्री कालेज में छात्रों की वाजिब मांगों को संज्ञान में लेकर हल करने की अपील की गई है। प्रेषित पत्र के बाबत जानकारी देते हुए संगठन की जिलाध्यक्ष रूबी सिंह गोंड़ ने बताया कि प्रेषित पत्र में शिक्षा के बुनियादी ढांचे को दुरस्त करने के लिए विशेष पैकेज देने और जनपद में शिक्षा व्यवस्था में व्यापक सुधार हेतु मौजूदा विधानसभा सत्र में चर्चा करने की भी अपील की गई है। पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाया गया कि सोनभद्र आकांक्षी जनपद में शामिल होने के नाते यहां सरकारी विभागों में प्राथमिकता के आधार पर रिक्त पदों को भरा जाना चाहिए लेकिन यहां के प्राथमिक विद्यालयों, कस्तूरबा गांधी और राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में तकरीबन आधे पद रिक्त पड़े हुए हैं। आदिवासी छात्राओं की उच्च शिक्षा के लिए दुद्धी में महिला डिग्री कालेज समेत अनपरा व घोरावल में महिला डिग्री कालेज और हर ब्लॉक में आश्रम पद्धति, कस्तूरबा गांधी, नवोदय, एकलव्य विद्यालय एवं गर्ल्स राजकीय इंटरमीडिएट और नर्सिंग, फार्मेसी व कंप्यूटर प्रशिक्षण जैसे शैक्षणिक संस्थानों को खोलने की मांग प्रेषित पत्र में की गई।
उन्होंने कहा कि आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में आदिवासी समुदाय की शिक्षा हेतु विशेष संवैधानिक प्रावधान हैं लेकिन सरकारी उपेक्षा का ही आलम है कि एक आदिवासी महिला डिग्री कालेज तक नहीं खोला जा रहा है। ओबरा, दुद्धी आदि महाविद्यालय में आदिवासियों के लिए महज 2 फीसद आरक्षण की वजह से आदिवासी समुदाय के छात्र-छात्राओं का प्रवेश मुमकिन नहीं होता, ऐसे में आदिवासी समुदाय की उच्च शिक्षा के लिए संवैधानिक प्रावधानों के तहत शैक्षणिक संस्थानों को खोला जाना चाहिए। जिससे आदिवासी समाज के लोग खासतौर पर छात्राएं उच्च शिक्षा हासिल कर सकें।