बैगा पुजारी सम्मेलन व बोध प्रशिक्षण का कार्यक्रम सम्पन्न
दुद्धी, सोनभद्र। तहसील मुख्यालय अंतर्गत रजखड़ घाटी के पास स्थित शिव मंदिर परिसर में बैगा पुजारी सम्मेलन व बोध प्रशिक्षण का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री छतीसगढ़ गणेश राम भगत ने कहा कि आदिवासी समाज की नई पीढ़ी पढ़-लिखकर अपनी संस्कृति को भूल रही है। आदिवासी समाज के कुछ लोग धन की लालच में धर्म परिवर्तन कर लेते हैं, ऐसे लोगों के बीच पहुँचकर समझाने की जरूरत है। हम लोग हिन्दू हैं। अगर हम सभी हिन्दू नही होते तो बगल में स्थित शिव मंदिर की पूजा पाठ क्यों करते क्षेत्र के आदिवासियों को गुमराह किया जाता है कि आदिवासी हिंदू नही होते हैं। ऐसे अफवाहों से बचने की आवश्यकता है। बैगा गोंड़ भी होते हैं, बैगा कोई भी हो सकता है। जाति के नाम पर अलग अलग विचार नहीं होने चाहिए। अपनी समाज को एकजुट करके एक साथ रहें। अपनी रीति रिवाज को अपनाए। मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री ने कहा कि आदिवासी गाने व गीतों को त्यागने की जरूरत नही है। उन्होंने आदिवासी गीतों को गुनगुनाते हुए कार्यक्रम को सम्पन्न कराया। विशिष्ट अतिथि म्योरपुर ब्लॉक प्रमुख मानसिंह गोंड़ ने सभी आदिवासियों को एकजुट होकर अपने बच्चों को शिक्षित करने की जरूरत पर बल दिया। किसी दूसरे के बहकावें में धर्म परिवर्तन जैसे मामलों से दूर रहना की मशविरा दी। इस अवसर पर रामशंकर आयाम, सेवा समर्पण संस्था के आनंद जी, बबई गोंड़, सुरेन्द्र सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।