मधुपुर कनक श्री लान बंतरा में स्वामी श्री कृष्णानंद जी महाराज द्वारा प्रवचन व साध्वी आदिश्री द्वारा प्रवचन का कार्यक्रम किया गया
मधुपुर/सोनभद्र (शिवदास वर्मा) मधुपुर कनक श्री लान बंतरा में स्वामी श्री कृष्णानंद जी महाराज द्वारा प्रवचन व साध्वी आदिश्री द्वारा प्रवचन का कार्यक्रम किया गया। मधुपुर ओवर ब्रिज के पास बंथरा स्थित कनक श्रीला न में प्रवचन व श्री राम कथा के प्रथम दिन में सायं काल मे भजन के बाद साध्वी आदि श्री द्वारा प्रवचन में शिव पार्वती विवाह की कथा में स्पष्ट किया की सती की संपूर्ण सिद्धता अपनी इच्छा अनुरूप कार्य करने के कारण हट की श्रेणी में आती है मगर पार्वती की तपस्या गुरु के निर्देशन में होने के कारण भक्ति है वर्तमान समय के सद्गुरु स्वामी श्री कृष्णानंद जी महाराज ने अपनी बॉडी से अमृत वर्षा करते हुए कहां की एक महात्मा के पास अनेक शिष्य होते हैं एक नया साधक आश्रम में आता है तो महात्मा ने उससे पूछते हैं पुत्र तुम्हें परमात्मा के विषय में जानना है या परमात्मा को उपलब्ध होना है शिष्य बोलता है गुरुदेव मुझे परमात्मा मिलन की आकांक्षा है गुरुदेव ने कहा पुत्र तुम केवल गायों की सेवा करो कुछ बोलना नहीं 12 वर्षों का समय बीत गया महात्मा शरीर छोड़ने को उद्धत हुए तो उत्तराधिकार सौंपते हुए सभी शिष्यों को एक प्रश्न दिया कि गुरु के सानिध्य में कैसे शुद्ध होना चाहिए सभी ने जवाब दिया गुरु के चरण रज से मन के मैल को साफ करना चाहिए गुरु दुखी हुए तभी गायों की सेवा करने वाले किसने कहा गुरु को मांस ऑफ कर जीना ही साधना है गुरु ने उसे गले से लगाकर सब कुछ सौप कर चले गए गुरु और परमात्मा मौनता में उतरता है दूरदराज से आए हुए तमाम भक्त गणों ने महाराज जी के बाड़ी को सुना और संगीतमय रामकथा का भी आनंद उठाया इस मौके पर शिव कुमार सिंह उमाशंकर सिंह राम दुलारे सिंह राम लक्ष्मण सिंह संजय सिंह सतनारायण सिंह शिवदास वर्मा मंटू सिंह सुरेश केसरी व तमाम भक्त गण उपस्थित थे।